नई दिल्ली : 17 हजार करोड़ रुपये के रोज वैली पॉन्जी घोटाले के मामले में अपने सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी पर ममता बेहद नाराज हैं। उन्हें केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ दस राज्यों में विरोध-प्रदर्शन की योजना बनाई है। शुरुआत दिल्ली और कोलकाता में बुधवार से होगी। तृणमूल नेता संसद भवन परिसर में विरोध जाहिर करेंगे।
गिरफ्तारी से नाराज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने मोदी पर सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का इस्तेमाल उन लोगों के खिलाफ करने का आरोप लगाया जिन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है। बनर्जी ने मोदी को चुनौती दी कि वह उन्हें और तृणमूल कांग्रेस के सभी सांसदों को गिरफ्तार करवाकर दिखाएं। ममता ने यह भी कहा कि नोटबंदी के खिलाफ उनका विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा।
रोज वैली चिटफंड घोटाले में सीबीआई द्वारा सुदीप की गिरफ्तारी के तत्काल बाद संवाददाताओं से बातचीत में ममता ने कहा, ‘मैं यह सोच भी नहीं सकती कि सुदीप बंदोपाध्याय जो लोकसभा में हमारी पार्टी के नेता हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। मेरे पास यह भी सूचना है कि मोदी तृणमूल कांग्रेस के कई अन्य नेताओं अभिषेक बनर्जी, शोभन चटर्जी (शहर के मेयर) और फरहाद हाकिम (मंत्री) की गिरफ्तारी चाहते हैं। वे मेरे परिवार के सदस्यों के पीछे भी हैं।’
ममता ने कहा, ‘अगर मुझे किसी दलील की वजह से यह मानना भी पड़े कि सुदीप ने चुनाव के लिए 2-3 लाख रुपये लिए हैं तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। मैं इसके बारे में आश्वस्त नहीं हूं। हालांकि, इसी तर्क के आधार पर मोदी की गिरफ्तारी भी होनी चाहिए। मोदी को करोड़ों रुपये कीमत वाले सूट पहनने के लिए पैसा कहां से मिलता है? बीजेपी के नेता विदेश से फंड मंगवाने के लिए अडानी ग्रुप की मदद लेते हैं।’
ममता ने कहा, ‘मैं स्तब्ध हूं, लेकिन डरी हुई नहीं हूं। उन्हें हम सबको गिरफ्तार करने दें। मैं खुलेआम उन्हें चुनौती देती हूं कि मुझे गिरफ्तार करें। देखते हैं उनमें कितना दम है। वह दूसरों को चुप करा सकते हैं लेकिन मुझे नहीं। वह हमारी आवाज नहीं दबा सकते हैं। वह लोगों की आवाज को दबा नहीं सकते।’ ममता के मुताबिक, वह इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ेंगी। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने सुदीप की गिरफ्तारी पर पार्टी की कार्रवाई योजना तैयार करने के लिए एक आपात बैठक भी बुलाई।
तृणमूल प्रमुख ने लेफ्ट पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सभी चिटफंड कंपनियों की स्थापना 80 के दशक में हुई, जिस वक्त लेफ्ट शासन में था। मैं पूछना चाहती हूं कि सुजन चक्रवर्ती, रबीन देव या मोहम्मद सलीम को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? सीबीआई बाबुल सुप्रियो और रूपा गांगुली पर चुप क्यों है जो बांग्ला चैनल रूपसी (रोज वैली ग्रुप के मालिकाना हक वाला चैनल) के शोज पर नियमित तौर पर क्यों दिखते रहे? सीबीआई ने कांग्रेस एमपी अबू हसन खान चौधरी से भी इस बारे में कोई पूछताछ क्यों नहीं की कि उन्होंने रोज वैली ग्रुप को क्लीनिट दे दी?’
बीजेपी प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तृणमूल के राजनीतिक साजिश रचे जाने से जुड़े आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, ‘सीबीआई सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक पॉन्जी स्कीम्स से जुड़े घोटालों की जांच कर रही है। यह एक कानूनी प्रक्रिया है। चिटफंड कंपनियों ने बंगाल में लोगों को लूटा है। तृणमूल नेताओं का इन कंपनियों पर हाथ रहा है।’
ममता के आरोपों के बाद इस गिरफ्तारी के मामले में केजरीवाल ने भी उनका समर्थन किया है। केजरीवाल ने टि्वटर पर आरोप लगाया कि मोदी बदले की राजनीति कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘अगर किसी ने नोटबंदी के खिलाफ बोला तो छोड़ेंगे नहीं। यह बेहद दुख की बात है।’