नई दिल्ली- रविवार को नागौर में हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नेशनल मीटिंग में सर सहकार्यवाह भैयाजी जोशी ने RSS ड्रेस कोड में बदलाव का एलान किया। उन्होंने कहा, ”हम वक्त के साथ बदलते रहेंगे। खाकी हाफ पैंट के बदले स्वयंसेवक फुल भूरे रंग की पैंट पहनेंगे।” लंबे वक्त के बाद ड्रेस में यह बदलाव हुआ है।
इस बदलाव का एलान राजस्थान के नागौर में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के बाद किया गया ! संघ सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी ने इस बदलाव का एलान करते हुए कहा कि आरएसएस समय के साथ चलने वाला संगठन और इसी के तहत इस बदलाव को अपनाया गया है !
नई ड्रेस का ऐलान करते हुए भैया जी जोशी ने कहा, “सामान्य जीवन में फुल पैंट्स चलती है तो हमने उसको स्वीकार किया, हम समाज के साथ चलने वाले लोग हैं !” इस बदलाव के बाद अब आरएसएस की ड्रेस सफेद रंग की शर्ट, भूरे रंग की फुल पैंट और काली टोपी, बेल्ट और दंड होगा !
संघ के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा, ”संघ में गणवेश (ड्रेस) के बदलाव को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी।” ”2010 में बैठक के दौरान ड्रेस में बदलाव को लेकर प्रस्ताव आया था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।” इसी कारण इस पर पांच साल तक चर्चा करने का फैसला किया गया। मार्च, 2015 में फिर यही प्रपोजल आया।” संघ की देशभर में 50,000 शाखाएं हैं और हर शाखा में 10 स्वयंसेवक हैं। ऐसे में 5 लाख नई ड्रेस की जरूरत है।
मनमोहन वैद्य ने बताया कि इससे पहले 3 बार ड्रेस में बदलाव हो चुका है। साल 1925 में संघ की स्थापना के बाद से ढीला-ढाला खाकी निकर संगठन की पहचान रहा है ! शुरू में 1940 तक संघ के गणवेश में खाकी कमीज और निकर होते थे. दूसरे सरसंघचालक गुरु गोलवरकर ने खाकी कमीज़ को सफेद कमीज में बदल दिया था !