राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि भारत के सभी लोगों के पूर्वज हिंदू थे। उन्होंने कहा कि भारत हिंदुओं का देश है।
मोहन भागवत ने कहा है कि शांति के रास्ते पर हम तब चल सकेंगे जब हमारे पास शक्ति होगी। संघ प्रमुख ने कहा कि, जिन देशों को महाशक्ति कहा जाता है उन्होंने क्या किया, दूसरों की भूमि हड़पते हैं, ये देश मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं करते। किन्तु इन्हे कोई कुछ नहीं कहता है क्योंकि ये महाशक्तियां हैं।
मोहन भागवत ने कहा है कि, ‘RSS के कार्य को तब तक नहीं समझा जा सकता जब तक संघ को सही से समझ न लिया जाए।’
उन्होंने कहा कि, ‘हम चुनाव जीतने के लिए काम नहीं करते हैं बल्कि हम देश बनाने के लिए काम करते हैं। हम धन्यवाद की आशा किए बगैर भी अपना काम करते हैं।’
भागवत ने कहा कि, ‘हमें अपने राष्ट्र को बड़ा बनाना है, हम कुछ नहीं चाहिए, हमारी कभी लेने की इच्छा नहीं रही।’
आपको बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने चार दिवसीय दौरे पर मुरादाबाद में हैं। मोहन भागवत बुधवार शाम यहां पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने इस दौरान मेरठ, बृज और उत्तराखंड क्षेत्र के वरिष्ठ पदाधिकारी भी बैठकों में भी हिस्सा लिया।
सूत्रों के मुताबिक, सभी राज्यों में संघ के कामकाज की समीक्षा के लिए आयोजित की जा रही यह नियमित मीटिंग्स हैं।