राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गौ हत्या पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की। भागवत ने भगवान महावीर की जयंती पर आयोजित एक समारोह में कहा, “हम गायों की रक्षा करने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी इच्छा है कि संपूर्ण भारतवर्ष में गौवंश की हत्या बंद हो।
उन्होंने कहा कि इस कानून को प्रभावी बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “जिन राज्य सरकारों में समर्पित स्वयंसेवक हैं, उन राज्य सरकारों ने इसके लिए कानून बनाए हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि यह कानून पूरे देश के लिए बने।” भागवत ने कहा कि गौ हत्या के नाम पर किसी भी प्रकार की हिंसा से इस अभियान पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि गायों की रक्षा का प्रयास करने वालों को अपना प्रयास जारी रखना चाहिए।
राजस्थान के अलवर में कथित तौर पर गौ-तस्करी के शक में गौ-रक्षकों द्वारा एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने के बाद यह मुद्दा गर्म है। संसद से लेकर सड़क तक, इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सत्ताधारी भाजपा की नाक में दम कर दिया है।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के मेवात के नूह तहसील का रहने वाला पहलू खान पिछले 31 मार्च को एक भैंस खरीदने अपने गांव जयसिंहपुर से जयपुर गया था। लेकिन जयपुर में उसने गाय खरीदी थी। जयपुर से वापस लौटते समय अलवर के बहरोर में उसे कुछ कथित गौरक्षकों गायों की तस्करी का आरोप लगाते हुए बेदर्दी से पीटा था। बाद में इलाज के दौरान पहलू खान की सोमवार को मौत हो गई थी। एक वीडियो भी सामने आया था। उसमें लोगों को पिटाई करते दिखाया गाया था। पुलिस ने बताया था कि हमला करने वाले लोग विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल से जुड़े हुए थे।
राज्य सभा में अलवर कांड पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ऐसी कोई घटना होने से इनकार किया था। जिसके बाद विपक्षी नेताओं ने जमकर हंगामा किया था। विपक्ष को जवाब देते हुए संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्षी सदस्यों को कहा कि जिस तरह बताया जा रहा है वैसी घटना हुई ही नहीं है। मुख्तार अब्बास नकवी ने उच्च सदन में कहा, ‘जिस तरह की घटना पेश की जा रही है, ऐसी कोई घटना जमीन पर नहीं हुई है।