शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव बैठक में कहा गया कि इस समय देश भर में हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करने की गहरी साजिश रची जा रही है।
कहीं भीड़ हिंसा के नाम पर सियासत करके समाज में घृणा फैलाने का काम हो रहा है तो कहीं गाय के नाम पर।
कुछ राज्यों में एक योजना के तहत धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। संघ के प्रचारकों से कहा गया कि आज जो हालात हैं उसके लिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
वृंदावन के वात्सल्य ग्राम में हुई बैठक में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और मेघालय समेत सभी राज्यों से भारतीय सामाजिक सद्भाव समिति से जुड़े प्रांतीय प्रतिनिधि पहुंचे थे।
संघ के सभी प्रतिनिधियों ने अपने अपने राज्यों की रिपोर्ट यहां बिंदुवार रखी। उन घटनाओं का भी उल्लेख किया गया जिसे लेकर खासी सियासत हुई थी। भीड़ हिंसा (मॉब लिंचिंग) के नाम पर पेश की जा रही गलत तस्वीर को भी यहां प्रचारकों ने रखा।
संघ के पदाधिकारियों का कहना था कि कई मामले इस तरह के सामने आ चुके हैं जहां केवल माहौल बिगाड़ने के लिए एक ही वर्ग के झगड़े को भीड़ हिंसा बता दिया गया। बाद में पुलिस की जांच में भी खुलासा हुआ।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी इस प्रकार के मामले कई जगह सामने आ चुके हैं। यह सब हमारी संस्कृति को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी इस तरह के मामलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
संघ के सर सह कार्यवाह कृष्ण गोपाल, दतात्रेय होसबोले और भैया जी जोशी ने कहा कि संघ समाज में बिखराव रोकने के साथ ही इस तरह की साजिशों का भी पर्दाफाश करे। समाज के हर वर्ग के बीच जाकर लोगों को बताया जाए कि वे इस प्रकार की घटनाओं से सतर्क रहें।