पटना : राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) नेता दत्तात्रेय होसबोले ने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का फैसला धर्म संसद करेगी और आरएसएस उसका पालन करेगा।
दत्तात्रेय ने कहा, “राम मंदिर के निर्माण को लेकर धर्म संसद जो भी फैसला लेगी, आरएसएस उसे स्वीकार करेगी और पालन करेगी। उन्होंने कहा कि विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हिंदुओं के लिए बहुत ही भावनात्मक विषय है।
यूपी : राम मन्दिर निर्माण में शिया मुसलमान आगे आए
उधर यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार आने के बाद एक बार फिर से विश्व हिंदू परिषद ने भी राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा आगे बढ़ाना शुरु कर दिया है।
विहिप ने नए कानून के जरिए राम मंदिर निर्माण की मांग की है, ऐसे में विहिप की इस मांग के बाद केंद्र की मोदी सरकार और यूपी में भाजपा व योगी सरकार पर अब इस बात की जिम्मेदारी है कि वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के वायदे को कैसे आगे बढ़ाती है।
वही राम मंदिर के लिए विहिप 31 मई से 2 जून के बीच हरिद्वार में एक बैठक का आयोजन करने जा रही है जिसका मुख्य मुद्दा राम मंदिर है। विहिप अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि जून में हम तमाम संतो की एक बैठक बुला रहे हैं, लेकिन यह धर्म संसद नहीं है, इस बैठक में तब तक राम मंदिर के मुद्दे पर बहस शुरु करेंगे जब तक राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया शुरु नहीं हो जाती है।
तोगड़िया ने कहा है कि विहिप के जो कार्यकर्ता राम मंदिर के निर्माण की मांग कर रहे हैं वह देशभर में 5000 जगहों पर हैं और वह सभी 1 अप्रैल से 16 अप्रैल तक राम महोत्सव मनाएंगे।