नई दिल्ली- राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) भी अब दलितों को लुभाने में जुट गया है। इसके चलते उसने गुजरात के ऊना में दलितों को साथ जोड़ने के लिए एक सद्भावना सम्मलेन आयोजित किया। गौ-रक्षा के नाम पर असामाजिक तत्वों द्वारा हो रही गुंडागर्दी पर कड़े तेवर अपनाते आरएसएस ने कहा की सरकार इनके खिलाफ सख्ती से बरते।
यहां तक की आरएसएस ने कहा को गौ-रक्षा के नाम पर दलितों के साथ जुल्म ढाए जा रहे हैं। यह सामाजिक गुनाह है, जिसे हर हाल मैं सरकार को रोकना होगा। दरअसल, ऊना मैं दलितों पर हुए अत्याचार के बाद बीजेपी की खिसकती राजनितिक जमीन को बचाने के लिए खुद आरएसएस ने मैदान मैं उतरा है।
दलितों का हमदर्द बताते हुए आरएसएस ने ऊना मैं ही सद्भावना का एक सम्मलेन आयोजित किया था। सम्मेलन में आरएसएस के पश्चिम प्रांत के संघ चालक जयंती भाडेसीया ने कहा गौ-रक्षा के नाम पर असामाजिक तत्वों की गुंडई हर हाल में बंद होनी चाहिए।
वहीं राज्य आरएसएस के प्रवक्ता विजय ठाकुर ने कहा है कि ‘हमारा लक्ष्य शांति, सौहार्द और एकता के संदेश का प्रसार करना है। आरएसएस दलितों के खिलाफ अत्याचारों की कड़ी निंदा करता है और हम लोग चाहते हैं कि इस तरह के जघन्य कृत्यों के विरोध में सभी लोग आगे आएं। इस दौरान कुछ स्थानीय दलित नेता भी उपस्थित थे।