मध्य प्रदेश में खुले मे शौचमुक्त का दावा, अधिकारी नेताओं के लिए मुसीबत बनता जा रहा है ताजा मामला खरगोन जिले का है पेश है रिपोर्ट
गोगावां- विगत दिनो विकास खण्ड स्तरीय एक कार्यक्रम मे खरगोन विधान सभा के विधायक बॉलकृष्ण पाटीदार,खरगोन जिला कलेक्टर अशोक वर्मा, गोगावां जनपद कार्यपालन अधिकार राजेंद्र दीक्षित ने बताया था कि गोगावां जनपद यानी 46 ग्राम पंचायते पूरी तरह से खुले मे शौच मुक्त हो चुकी है और पूरी जनपद पंचायत गोगावां शौच मूक्त करने की घोषणा तक कर डाली थी।
जब इसकी जानकारी स्थानीय एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो के लोगो को लगी तो दूसरे दिन से ही जनपद के चक्कर लगाना शुरु कर दिये। उनमे से गोगावां जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम दयालपुरा के निवासी हरि शंकर गेंदालाल मानकर, बाबूलाल शंकर यादव, प्रेमलाल मानकर, लक्ष्मी बाई यादव और अन्य लोगो ने बताया कि हमारे शौचालय नही है जिसके कारण बाहर शौच के लिए जाना पड़ता है।
वही अन्य लोगो ने बताया कि किसी के घर शौचालय के गड्ढे खुदवा दिए गये हे तो किसी को शौचालय निर्माण कराने का आश्वाशन दे दिया गया है जब इसकी भनक स्थानीय पत्रकारों को लगी तो पता चला की अभी तक गोगावां नगर यानी जनपद पंचायत का मूख्यालय हू खुले मे शौच करने वालो से मुक्त नही हुआ तो जनपद के ग्रामीण क्षेत्रो की क्या स्थिति होगी यह विचारणीय स्थिती है।
वही जनता की इस समस्या को लेकर मीडीया ने जब खबरे लगी थी और इस विषय पर खबरे लगती रह रही है लेकिन अधिकारी समस्या को निपटाने के बताया इधर उधर कार्यक्रमो मे एवं अन्य समस्याओं पर ध्यान देने मे लगे दिखाई दे रहे है ।
दूसरी तरफ कुछ स्थानों पर गौरव यात्राएं निकांली जा रही है। अब जनता को नेताओ के जुमले और अधिकारियो के वादे दोनों एक से लगने लगे है। वही लोग अपने घरो मे शौचालय निर्माण को लेकर रोजाना शिकायते करते दिखाई दे रहे है। जिनके घरो मे शौचालय नही है या फिर वह लोग जिनके घरो मे गड्ढे तो खुदे हे। लेकिन शौचालय निर्माण नही हुए है ऐसे लोग खुले मे शौच के लिए जाने को मजबूर है तो फिर पूरे जनपद क्षैत्र को खुले में शौच मुक्त करने का दावा किस बिना पे किया गया। यह क्षैत्र की जनता मे चर्चा का विषय बना हुआ है। लैकीन जीम्मेदारो को जनता की ईन समस्याओ की चिंता शायद कहीं नजर नही आती।
रिपोर्ट- @सलीम कादरी