साध्वी प्रज्ञा ने राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर कहा कि 70 वर्षो में कांग्रेस के ऊपर राम मंदिर निर्माण के लिए क्यों नहीं दबाव बनाया गया। साढ़े 4 साल बीते हैं मोदी सरकार के। क्यों इसी सरकार पर इतना दबाव बनाया जा रहा है।
मैं कहती हूं कि विधर्मी आज भी अपनी गतिविधियों को नहीं छोड़ रहे है। आज भी कांग्रेस विधर्मियों का रोल निभा रही है। कांग्रेसियों ने राम मंदिर निर्माण के विरोध में कपिल सिब्बल को खड़ा किया है। राम मंदिर बनेगा, जरूर बनेगा।
राम मंदिर निर्माण को लेकर संत समाज सरकार से नाराज चल रहे हैं इस पर कहा कि संत राम मंदिर निर्माण को लेकर सरकार के विरोध में नहीं है। उन्हें मालूम है राम मंदिर जरुर बनेगा और भक्त ही बनवाएंगे।
यह विश्वास है जिस दिन उनके प्रभु का आदेश हो जाएगा, सभी भक्त मिलकर मंदिर निर्माण कर देंगे।
राम मंदिर राजनीतिक मुद्दा नहीं
साध्वी प्रज्ञा ने भाजपा द्वारा घर-घर जाकर संकल्प पत्र के सवाल पर कहा कि हो सकता है इस बार बीजेपी के संकल्प पत्र में राम मंदिर निर्माण हो। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। 1992 में हम अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने के लिए गए थे और भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भी जाएंगे।
ममता एक विधर्मी महिला
ममता बनर्जी द्वारा पीएम मोदी पर दिए गए बयान पर बोली कि ममता तुच्छ बयान देती हैं, वो एक विधर्मी महिला हैं। प्रधानमंत्री अपनी सीट पर जीतते है या बंगाल में चुनाव का क्या परिणाम होगा, यह एक अलग बात है, पर ममता ने कभी देशहित की बात नहीं, बल्कि देश को खंडित करने की बात करती हैं।
काशी का विकास जरूरी
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के सवाल पर बोलीं की काफी समय बाद दर्शन करने आई हूं। पहले आती थी तो गंदगी का अंबार मंदिर के आसपास देखने को मिलता था। आज साफ-सफाई, दर्शनार्थियों की सुविधा हेतु बेहतर व्यवस्था देखकर अच्छा लग रहा है और काशी का विकास जरूरी था।
विपक्ष द्वारा लगातार विश्वनाथ कॉरिडोर के विरोध में बोली कि धार्मिक कार्य में विकास हो रहा है इसका विरोध करना गलत बात है, और मैं हमेसा सभी से सुनती रहती हूं। कॉरिडोर का जो कार्य पीएम मोदी द्वारा किया जा रहा। वो बहुत ही नेक कार्य है।
नए निर्माण के लिए अगर पुरानी दीवार गिराई जा रही है तो गलत नहीं है। वहीं कांग्रेसियों द्वारा जारी पोस्टर में राहुल को राम अवतार के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।