लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों के ऐलान के बाद पार्टी के नेताओं के बीच टिकट को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने टिकट को लेकर अपनी पार्टी को ही धमकी दे दी है।
उन्होंने यूपी बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे को पत्र लिखकर कहा कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया तो इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि उनके संसदीय क्षेत्र उन्नाव में ओबीसी मतदाताओं का प्रतिनिधित्व नहीं है। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत से पार्टी को खड़ा किया है। यही वजह है कि पार्टी ने करीब 15 साल बाद 2014 में उन्नाव की सीट जीती थी।
बता दें कि कांग्रेस ने उन्नाव सीट से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। उन्नाव लोकसभा सीट से कांग्रेस ने इस बार फिर अनु टंडन को टिकट दिया है।
इस सीट से बीजेपी के ‘बयानवीर’ सांसद साक्षी महराज अभी सांसद हैं। जिनको साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 518834 वोट मिले थे।
दूसरे नंबर पर सपा के अरुण शंक थे जिनको 208661 वोट मिले थे। बीएसपी तीसरे नंबर पर थी जिसे 200176 वोट मिले थे।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अनु टंडन को 197098 वोट मिले थे। आपको बता दें कि उन्नाव सीट मध्य उत्तर प्रदेश की सीट है। जो लखनऊ, कानपुर के राजनीतिक मिजाज से भी प्रभावित होती।
पिछली बार मोदी लहर में साक्षी महाराज को बड़ी जीत मिली थी। उनको 43 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रही समाजवादी पार्टी को मात्र 17.37 फीसदी वोट मिले। आजादी के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस लगातार 6 बार इस सीट से जीतती रही और कुल 9 बार यह सीट उसके खाते में जा चुकी है।
साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी अनु टंडन ने यहां पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी के देव बक्श सिंह भी इस सीट से लगतार तीन बार सांसद बन चुके हैं। जबकि एक-एक बार इस सीट से बीएसपी और समाजवादी पार्टी यहां से चुनाव जीत चुकी है।
सपा-बसपा गठबंधन के तहत इस बार यहां से समाजवादी पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी। हालांकि अभी तक नाम तय नहीं किया गया है।
वहीं बात करें साक्षी महाराज की तो अपने बयानों की वजह से वह कई बार बीजेपी और पीएम मोदी की मुश्किल में डाल चुके हैं और बीते पांच सालों में उनको कई आलाकमान समझा भी चुका है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि उनको पार्टी इस बार टिकट देती है या नहीं। खबर है कि बीजेपी इस बार सांसदों का रिपोर्ट कार्ड ही देखकर दोबारा टिकट देगी।