जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों ने सोमवार रात एक बस पर हमला कर दिया जिसमें छह महिलाओं समेत गुजरात के सात अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई जबकि 32 अन्य घायल हुए। वर्ष 2000 के बाद से यह इस सालाना तीर्थयात्रा पर सबसे घातक हमला है।
पुलिस ने कहा कि रात करीब आठ बजकर 20 मिनट पर जीजे 09 जेड 9976 पंजीकरण संख्या वाली बस पर खानबल के पास उस समय हमला हुआ जब वह जम्मू जा रही थी। देश में चारों तरफ इस आतंकी हमले की निंदा हो रही है। इन निंदाओं के बीच एक नाम है जिसकी लोग खूब तारीफ भी कर रहे हैं। ये नाम है आतंकी हमले की शिकार बस के ड्राइवर सलीम शेख का।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि जब आतंकी बस में बैठे श्रद्धालुओं पर हमला कर रहे थे तब ड्राइवर सलीम शेख ने बहादुरी और बुद्धिमानी का परिचय देते हुए बस की स्पीड बढ़ा दी और सीधे सेना के कैंप में ले जाकर ही दम लिया। सोशल मीडिया पर सलीम शेख की जमकर तारीफ हो रही है। लोग लिख रहे हैं कि दिलेर ड्राइवर सलीम शेख को देश का सलाम एक सच्चे हिंदुस्तानी पर गर्व है हमें।
बताया जा रहा है कि जब आतंकियों ने बस पर फायरिंग शुरू की तब ड्राइवर सलीम शेख ने महसूस कर लिया कि अगर उन्होंने बस रोकी तो ये आतंकी कत्ल-ए-आम मचा देंगे। इसी डर के कारण सलीम शेख ने किसी भी हाल में बस को ना रोकने का फैसला किया। ये भी मुमकिन था कि आतंकी बस के ड्राइवर को ही निशाना बना देते लेकिन इसके बावजूद भी वो रुका नहीं। बस को भागता देख आतंकियों ने पहिये में गोली भी मार दी। टायर पंचर होने के बाद भी सलीम ने बस के एक्सीलेटर पर से अपना पैर नहीं हटाया और सुरक्षित जगह पर पहुंचा कर ही दम लिया।
सोशल मीडिया पर यूजर्स सलीम शेख की बहादुरी को सलाम कर रहे हैं। वहीं बहुत से यूजर्स ये भी लिख रहे हैं कि सलीम शेख ने जो किया वो उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो आतंकवाद को एक मजहब से जोड़कर देखते हैं।