नई दिल्ली- शनिवार को अपने पीए फरहत के पाक के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद सपा सांसद मुनव्वर सलीम ने कहा है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और कि अगर उनके इस सब मे शामिल होने का जरा सा भी सबूत पुलिस ने दिया तो वे परिवार समेत आत्महत्या कर लेंगे।
2012 में सपा की सीट पर राज्यसभा जाने वाले मुनव्वर सलीम मध्य प्रदेश के विदिशा में रहते हैं। मध्य प्रदेश के विदिशा के रहने वाले सलीम को पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने यूपी से राज्यसभा कोटे से सांसद बनवाया था। ये सपा के फायर ब्रांड नेता और यूपी के सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर आजम खान के बेहद करीबी हैं। समाजवादी पार्टी ने उन्हें अलीगढ़, हाथरस, एटा और कासगंज का प्रभारी भी बनाया था । अपने पीए के पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले गिरोह में शामिल पाए जाने की बात से सलीम हैरत में हैं।
पाकिस्तान उच्चायोग में काम करने वाले महमूद अख्तर के जासूसी के आरोप में पकड़े जाने के बाद उसके लिए काम करने वाले कई नाम सामने आए हैं। इन्ही में एक नाम मुनव्वर सलीम के पीए फरहत का भी है।
फरहत के पकड़ जाने पर मुनव्वर टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि उनकी जिंदगी खुली किताब है, कभी किसी से कुछ नहीं छुपाया लेकिन एक गलत आदमी एक साल से उनके साथ था इसका उन्हें दुख है।
फरहत की पुलिस वेरिफिकेशन कराई थी
मुनव्वर सलीम ने कहा कि वो किसी भी तरह की जांच में मदद करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पीए फरहत को एक साल पहले नियुक्त किया था, इससे पहले मैंने उसकी पुलिस वेरिफिकेशन कराई थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से उसे क्लीनचिट देने के बाद ही मैंने उसे अपने यहां रखा। सलीम ने कहा कि मेरे से पहले लंबे वक्त तक वो मुजफ्फरनगर के मरहूम सांसद मुनव्वर हसन का पीए रहा था।
पुलिस का कहना है कि फरहत 20 साल से ज्यादा वक्त से पाक के लिए जासूसी कर रहा है। इसके लिए आईएसआई उसे पैसा देता है। [एजेंसी]