रामपुर: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व सांसद आजम खान ने सोमवार को अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों की जांच के लिए बनी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के सामने पेश हुए। उनके साथ पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉक्टर तंजीन फातिमा और पुत्र अब्दुल्ला आजम भी मौजूद रहे। इस दौरान उनके सामने करीब 90 सवालों की सूची भी रखी गई। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ सभी मुकदमे झूठे हैं, साथ ही सवालों का जवाब देने के लिए चार दिनों का समय मांगा है।
जानकारी के मुताबिक, आजम खान सोमवार को काफी दिनों बाद रामपुर में सार्वजिनक तौर पर दिखे। सुबह उन्होंने रामपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और अपनी पत्नी तंजीन फातिमा का नामांकन कराया। इसके बाद वर्करों की मीटिंग को संबोधित किया और तंजीन को जिताने की अपील की। उसके बाद अपने खिलाफ करीब 84 मुकदमों को लेकर जांच कर रही एसआईटी के सामने पेश होने महिला थाने पहुंचे। थाने में आजम खान एसआईटी के सीओ सत्यजीत गुप्ता से मिले।
आजम खान ने कहा कि उनका राजनीतिक जीवन बेदाग है। उन्होंने कहा कि सरकार आती जाती रहती है। अफसरों को निष्पक्ष होकर जांच करें। सीओ ने उनको सवालों का पुलिंदा थमा दिया और जबाव देने का आग्रह किया। बता दें कि रामपुर के आलियागंज के किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में दर्ज 27 मुकदमों में बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया था। पूछताछ के बाद आजम खान ने कहा कि इनका जवाब देना संभव नहीं है। यह ऐसे कोई सवाल नहीं है जो बहुत कॉम्प्लिकेटेड हो। मामला सिर्फ पौने 4 बीघा जमीन का है। सैकड़ों एकड़ जमीन में अगर नक्शे पर लाइन खींच दी जाए तो उसमें पौने 4 बीघा जमीन आ जाएगी।
सीओ सिटी सत्यजीत गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जौहर यूनिवर्सिटी के मामलों की जांच एसआईटी कर रही है। आजम खान को इसी मामले में बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था। हमारी जो भी जांच थी और जो भी हमारे सवाल थे वह हमने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा मुझे कुछ समय चाहिए। उन्होंने चार दिन का समय मांगा है।