बाराबंकी- बिहार में नितीश सरकार द्वारा पूर्णतः शराबबंदी की तरह अब उत्तर प्रदेश में भी शराबबंदी की चाहत दिखाई दे रही है ! और यह चाहत और कोई नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में राजस्व बढ़ाने के लिए शराब की रेट गिराने वाली अखिलेश सरकार की सपा पार्टी के ही सदस्य हैं ! इसके लिए वे खुद सीएम अखिलेश यादव से सिफारिश करने की बात कह रहे हैं।
जीहां बाराबंकी जिले में स्वतंत्र प्रभार टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर फरीद महमूद किदवई ने प्रेस कॉफ्रेंस की। इस दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं, कि शराब पर बैन लग जाय। उन्होंने कभी शराब नहीं पी। वे चाहते हैं कि शराब बंद हो जाए। इसके लिए वे खुद सीएम अखिलेश से सिफारिश करेंगे।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने एक अप्रैल से शराब के दामों में 25 फीसदी की भारी कटौती का ऐलान किया हैं। यूपी सरकार ने अपनी आबकारी नीति में बदलाव करते हुये अंग्रेजी शराब के दामों में 25 फीसदी की कमी कर दी ! वहीं देशी शराब एक रुपए महंगी कर दी !
प्रदेश के आबकारी विभाग का साल 2015-16 का लक्ष्य 1700 करोड रूपए था, लेकिन यह विभाग लक्ष्य पूरा नहीं कर पाया। करीब 1400 करोड रूपए ही राजस्व वसूली कर पाया। सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आबकारी विभाग का लक्ष्य बढाकर 1900 करोड़ रुपए कर दिया है।