नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी माने जाने वाले संजय जोशी के जन्मदिन पर शुभकामना के पोस्टर लगाने को लेकर विवाद बढ़ गया है। बीजेपी के कई नेताओं और तीन मंत्रियों के निजी सहायकों की पहचान पोस्टर लगवाने वालों में हुई है। इस मामले में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा सफाई मांगे जाने पर मंत्रियों ने सफाई दी है कि शुभकामना के पोस्टर लगवाने में उनका हाथ नहीं है बल्कि उनके मातहत काम करने वालों की तरफ से यह किया गया था। इस मामले में आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने अपने एपीएस नितिन सरदारे से इस्तीफा भी ले लिया है।
पिछले सप्ताह 6 अप्रैल को संजय जोशी का जन्मदिन था। बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड जैसे राज्यों के पार्टी कई वरिष्ठ पदाधिकारियों के निजी सहायकों ने संजय जोशी के जन्मदिन पर शुभकामना देने वाले पोस्टर लगाए थे। इसके अलावा तीन केंद्रीय मंत्रियों के सहयोगियों ने भी इसी तरह के पोस्टर लगाए थे। सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से इन सभी लोगों तलब किया गया है। साथ ही यह भी बताने को कहा गया है कि उन्होंने ऐसा करने वाले अपने सहयोगियों पर क्या कार्रवाई की है।
मंत्रियों में श्रीपाद नाइक के अलावा संजीव बालियान और सर्वानंद सोनोवाल के सहयोगी भी इसमें शामिल पाए गए। सूत्रों का कहना है कि इस प्रकरण में सरकार और संगठन से जुड़े करीब 35 लोगों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। हालांकि, तीनों मंत्रियों की सफाई से पार्टी संतुष्ट बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि अमित शाह ने श्रीपाद नाइक को फोन कर फटकार लगाई थी। उन्हें कहा गया था कि इस मामले में वह अपनी स्थिति स्पष्ट करें। इसके बाद नाइक ने अपने निजी सहयोगी नितिन सरदारे से इस्तीफा लेकर उन्हें 8 अप्रैल को कार्यमुक्त कर दिया।