महाराष्ट्र में सियासी संग्राम जारी है। लग रहा था कि राष्ट्रीय कांग्रेसवादी पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना सरकार बनाने तक पहुंच ही गई है, तभी खबर आई कि इन पार्टियों के नेताओं की राज्यपाल के साथ होने वाली बैठक टल गई है।
इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत सामने आए और दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार बनेगी और उसका नेतृत्व उद्धव ठाकरे करेंगे।
इस बीच, एक और बड़ी खबर यह है कि केंद्र सरकार में शिवसेना का एनडीए से बाहर होने भी तय हो गया है। सोमवार से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में शिवसेना के सांसद अब विपक्षी दल के साथ बैठेंगे। इसके लिए बैठक व्यवस्था में जरूरी बदलाव कर दिया गया है।
नियमों के मुताबिक, दोनों सदनों में शिवसेना के सदस्य अब पांचवीं पंक्ति में बैठे नजर आएंगे।
शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि शिवसेना रविवार को दिल्ली में होने वाली राजग की बैठक में उसके घटक के रूप में शामिल नहीं होगी।
पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी का अब राजग से बाहर निकलना सिर्फ औपचारिकता रह गया है।
राउत ने तंज करते हुए कहा कि राजग किसी की प्रॉपर्टी नहीं है। शिवसेना व अकाली दल इसके समान रूप से महत्वपूर्ण घटक थे।
राउत ने शनिवार को प्रख्यात शायर बशीर बद्र का शेर- यारों नए मौसम ने ये अहसान किया है, याद मुझे दर्द पुराने नहीं आते’ टवीट किया। हालांकि उन्होंने किसी दल का नाम नहीं लिया।