सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद ने बुधवार (21 जून, 2017) को अपने भतीजे को बेदखल कर बेटे मोहम्मद बिन सलमान को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। बेटे को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद 57 साल के भतीजे मोहम्मद बिन नायेफ की सारी शक्तियां छीन ली गई हैं।
सऊदी की रॉयल न्यूज एजेंसी के अनुसार मोहम्मद बिन सलमान को उप प्रधानमंत्री पद सहित रक्षा मंत्रालय का पद संभालने की भी बात कही गई है। 81 साल की उम्र में सऊदी किंग बने सलमान के दो साल के उतार-चढ़ाव भरे कार्यकाल में मोहम्मद बिन सलमान को प्रिंस बनाने की तैयार पहले से नजर आने लगी थीं। क्योंकि प्रिंस नायेफ की सारी शक्तिया धीरे-धीरे छीनी जाने लगी थीं। अब प्रिंस का खिताब छीनने के साथ ही उनसे मुल्क के सबसे ताकतवर आंतरिक सुरक्षा मंत्री का पद भी छीन लिया गया है।
बता दें कि मोहम्मद नायेफ को एक अनुभवी कानून प्रवर्तनकर्ता हैं, जिन्हें साल 2003-2006 में अल-कायदा के खिलाफ लड़ने के लिए पश्चिम देशों में अच्छी तरह से जाना जाता है। इस दौरान उन्होंने अलकायदा के बम विस्फोटों को भी नाकाम किया था। साल 2015 में भी किंग सलमान ने मिसाल पेश करते हुए क्राउन प्रिंस मोकरिन बिन अब्दुल अजीज बिन सऊद को बेदखल किया था। क्राउन प्रिंस को बेदखल करने के बाद सऊदी किंग सलमान ने मोहम्मद बिन नायेफ को क्राउन प्रिंस बनाया था। वहीं मोकरिन को किंग अब्दुल्लाह के शासनकाल में प्रिस बनाया गया था।
नए राजकुमार प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान, जो रक्षा मंत्री के पद के अलावा एक विशाल आर्थिक पोर्टफोलियो की देखरेख भी करते हैं। बताया जाता है कि पहले वे इस रेस में दूसरे स्थान पर थे। हालांकि शाही मामलों में नजर रखने वालों को इस बात का अंदाजा हो गया था कि जल्द ही उनकी ताकत बढ़ सकती है और वे उत्तराधिकारी बन सकते हैं।
जनवरी 2015 में सलमान के राजा बनने से पहले युवा राजकुमार को सऊदी के लोग नहीं जानते थे। इससे पहले प्रिंस सलमान अपने पिता के शाही अदालत के प्रभारी थे। अब सऊदी सम्राट ने अपने बेटे को शाही परिवार का प्रिंस नियुक्त कर बहुत सारी शक्तियां दे दी हैं।