नई दिल्ली – बिहार में महागठबंधन से अलग हुई समाजवादी पार्टी को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इस क्रम में जदयू अध्यक्ष शरद यादव दिल्ली स्थित पार्टी सुप्रीमो से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सपा अध्यक्ष को उनकी पार्टी द्वारा लिए गए फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मनाया जाएगा। इससे पहले एक प्रसे कॉफ्रेंस में जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा था कि हम उन्हें मनाने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ने का फैसला लिया है। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में आज लखनऊ में हुई सपा संसदीय दल की बैठक में इसका निर्णय लिया गया। इसके साथ ही पार्टी ने बिहार में महागठबंधन से अपने को अलग कर लिया।
पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव अकेले या दूसरे दलों के साथ चुनाव लडऩे का फैसला किया है। इससे पहले संसदीय दल की बैठक के बाद पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव ने बताया कि हम अपनी पार्टी के महागठबंधन के विलय के पक्ष में नहीं थे। जनता परिवार को जोड़कर एक पार्टी में शामिल होने का मतलब था कि हम अपनी पार्टी के डेथ वारंट पर साइन कर देते।
उन्होंने कहा कि हमें पता था कि जनता परिवार दल बनने के बाद भी समझौता नहीं हो पाता, तब पार्टी से अलग होते तो हम कहां जाते। उन्होंने नीतीश कुमार के साथ लालू यादव पर आरोप लगाया। राम गोपाल ने कहा दोनों ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। उनके रवैये से समाजवादी पार्टी ने अपने को काफी अपमानित महसूस किया है।