नई दिल्ली- भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की ओर से लाए गए मर्जर प्लान से नाराज पांच संबद्ध बैंकों के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है ! ये हड़ताल 20 मई को होगी ! बैंक एसोसिएशन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा, ‘एसबीआई मैनेजमेंट के अड़ियल और बेरुखी भरे रवैए ने कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने को मजबूर किया है !’
एसबीआई के फैसले के खिलाफ आल इंडिया बैंक एंप्लाई यूनियन एसोसिएशन ने नाराजगी जताई है ! एसोसिएशन का कहना है कि एसबीआई जबरन बैंकों का विलय कर रहा है !
एसबीआई के पांच एसोसिएट बैंकों स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (SBT), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH), स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ) और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP) के बोर्ड ने मंगलवार को मुंबई में आपात बैठक बुलाई और आगे की रणनीति पर चर्चा की !
एसबीआई की ओर से बिना किसी पूर्व सूचना के बोर्ड बैठक में सभी पांच एसोसिएट बैंकों को विलय की जानकारी दी गई थी ! मीटिंग में सभी बैंकों के डायरेक्टरों ने इस एजेंडा का विरोध किया था ! बैंक कर्मचारी यूनियन ने एसबीआई के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए न सिर्फ हड़ताल का ऐलान किया बल्कि कुछ शर्तें भी रखी हैं !
वहीँ देश में सार्वजनिक क्षेत्र के शीर्ष बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने पांच सहयोगी बैंकों तथा नवगठित भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) के खुद में विलय के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। इससे सार्वजनिक बैंकिंग क्षेत्र में एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
विलय से एसबीआई का बहीखाता बढ़कर 37 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा
एक बयान में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर ने कहा कि एसबीआई के साथ विलय वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए बोर्ड ने सैद्धान्तिक मंजूरी दे दी है। स्टेट बैंक ऑफ मैसूर तथा स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर ने भी इसी तरह के बयान जारी किए हैं। इस प्रस्ताव के बारे में एसबीआई की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि इस विलय से बैंक का बहीखाता बढ़कर 37 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा, जो अभी 28 लाख करोड़ रुपये है।