SBI भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ब्याज दरों में कटौती के बाद देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) ने ग्राहकों को नवरात्रि तोहफा देते हुए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में कटौती की घोषणा की है।
नई दरें 10 अप्रैल से लागू होंगी। इसके बाद बैंक का होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन सस्ता हो जाएगा।
एमसीएलआर घटने से आम आदमी को सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि उसका मौजूदा लोन सस्ता हो जाता है और उसे पहले की तुलना में कम EMI देनी पड़ती है। आपको बता दें कि अब दूसरे बैंकों पर भी ब्याज दर घटाने का दबाव बनेगा।
इतनी सस्ती हुई होम-ऑटो पर्सनल लोन EMI
SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.05 फीसदी की कटौती की है। एक साल के कर्ज पर एमसीएलआर 8.55 फीसदी से घटाकर 8.50 फीसदी पर आ गई हैं।
वहीं, बैंक ने 30 लाख रुपये तक के होम लोन पर दरें 0.10 फीसदी तक घटा दी है। नई दरें 8.60 फीसदी से लेकर 8.90 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले ये दरें 8.70 फीसदी से 9 फीसदी पर थीं।
क्या होता है MCLR
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं। इसमें बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं। ये बैंचमार्क दर होती है। इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं।
एमसीएलआर कम होने से फायदा
एमसीएलआर कम होने से आम आदमी को सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि उसका मौजूदा लोन सस्ता हो जाता है और उसे पहले की तुलना में कम ईएमआई देनी पड़ती है।
आरबीआई की ओर से दरें घटाने के बाद लिया ये फैसला
RBI ने रेपो रेट एक चौथाई फीसदी (0.25%) घटा दिए है। आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की तीन दिवसीय बैठक के बाद ये फैसला लिया। रेपो में कटौती के बाद यह 6 फीसदी पर आ गया है। रिवर्स रेपो रेट भी घटकर 5.75 फीसदी पर आ गया है।