हंदवाड़ा : जम्मू कश्मीर में जिस लड़की के साथ कथित रूप से छेडख़ानी के बाद बवाल मचा था, उसे ही तीन दिन से पुलिस हिरासत में रखा गया है। सूत्रों के अनुसार गुरुवार रात को छात्रा के पिता को भी हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि छात्रा के पिता को यह कहकर थाने बुलाया गया था कि छात्रा को उन्हें सौंपने जा रहे हैं, लेकिन जैसे ही वह थाने पहुंचे, उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया।
वहीं पुलिस का कहना है कि सुरक्षा के चलते लड़की को हिरासत में लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर उत्तम चंद ने बताया कि लड़की और पिता को पुलिस हिरासत में इसलिए रखा गया है क्योंकि उन्होंने पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। पुलिस किसी भी तरह का दबाव नहीं बना रही है। उधर, सामाजिक संगठनों का कहना है कि पीडि़त लड़की और उनके पिता पुलिस कस्टडी में हैं और उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए। पीडि़त परिवार को इस तरह कस्टडी में रखना गैरकानूनी है।
इस बीच डीसी कुपवाड़ा और सिविल सोसाइटी के सदस्यों के बीच हुई बैठक में मौजूदा स्थिति के अलावा कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके बाद डीसी की ओर से जारी आदेश के अनुसार वह सेना को हंदवाड़ा चौक से एक महीने के भीतर बंकर हटाने के लिए कहेंगे। साथ ही मारे गए लोगों के परिवारों के लिए उचित मुआवजे की मांग की जाएगी। आदेश में यह भी लिखा गया है कि जनरल एफआईआर में उदार रुख अपनाया जाएगा क्योंकि कोई भी नामित नहीं है।
गौरतलब है कि हंदवाड़ा में सेना के एक जवान पर कथित रूप से छात्रा के साथ छेड़खानी का आरोप लगा था। इसके बाद गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया, जिसके चलते सेना को फायरिंग करनी पड़ी थी। इस गोलीबारी में एक उभरते हुए क्रिकेटर सहित 4 लोगों की मौत हो गई थी, जिससे बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया था। कुछ लोगों ने एक पुलिस पोस्ट में आग लगा दी थी। इसके बाद श्रीनगर के 6 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
हंदवाड़ा में सेना के जवान पर लड़की से छेड़खानी का आरोप लगा था, लेकिन बुधवार को मामले में नया मोड़ आ गया था। लड़की खुद सामने आई और कहा कि मेरे साथ किसी जवान ने कोई छेड़खानी नहीं की। यह सेना को बदनाम की साजिश है। लड़की ने बताया कि एक युवक ने पहले उसे थप्पड़ मारा था और फिर बाद में लोगों को इकट्ठा कर उन्हें उकसा दिया, जिससे माहौल खराब हो गया। वहीं सेना ने भी इस मामले को बदनाम करने की साजिश बताया है।
मैं अपने स्कूल से वापस आ रही थी उसी वक्त मैंने अपना स्कूल बैग अपनी दोस्त को दिया और बाथरूम जाने लगी। तभी एक स्थानीय लड़का वहां आया और उसने मेरा बैग छीनने की कोशिश की, मैंने उस लड़के का विरोध किया तो उसने मुझे थप्पड़ मारा। तभी एक पुलिसवाला आया और मुझे पुलिस स्टेशन ले गया। बाद में उस लड़के ने और भी लड़कों भड़काया, जिससे माहौल खराब हो गया। सेना ने अपने एक बयान में ये भी कहा था कि लड़की ने सेना पर छेडख़ानी का आरोप नहीं लगाया, छेड़छाड़ में कोई जवान शामिल नहीं है।