नई दिल्ली – पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले ने सोमवार को बताया भारत-पाकिस्तान के विदेश सचिवों की बैठक पठानकोट हमले की जांच पर निर्भर नहीं थी। गौतम बंबावाले लाहौर के एक होटल में बोल रहे थे। गौरतलब है कि उच्चायुक्त का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत के वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि दोनों देशों के बीच सचिव स्तर की वार्ता के मद्देनजर पाकिस्तान ने पठानकोट हमले में पर्याप्त जांच नहीं की है।
भारतीय नेतृ्त्व का मानना है कि पाकिस्तान के साथ वार्ता स्थगित करने की वजह पाकिस्तान का पठानकोट मामले में जांच न करवाना है। भारतीय नेता ने कहा कि 26/11 हमले के आरोपी डेविड हेडली के और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज के बयान के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत स्थगित करने की और वजहें मिल गई हैं।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बंबावाले ने कहा कि मैं सचिव स्तर की वार्ता के लिए तय तारीख नहीं बता सकता लेकिन जैसे ही हालात ठीक होते हैं, यह जल्द होगी। दोनों देशों के सुरक्षा सलाहकार औऱ विदेश-सचिव इस मद्देनजर लगातार संपर्क में हैं।
बंबावाले ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ने से उन्हें एक दूसरे के करीब आने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और बिजनस बढ़ना चाहिए, इससे सुविधा होगी। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच आवाजाही को आसान बनाने पर भी जोर दिया। बंबावाले ने कहा कि दोनों देशों के बीच आवागमन की सुविधा आसान होने से लोगों के मन में भरोसा बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
हालांकि भारतीय उच्चायुक्त ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित के उस बयान पर कॉमेंट करने से इनकार कर दिया जिसमें उन्होंने सियाचिन से दोनों देशों की सेनाएं हटाए जाने का सुझाव दिया था। हाल ही में परवेज मुशर्रफ ने कहा था कि आईएसआई लश्करे-तैयबा के आतंकियों को ट्रेनिंग देती है।