नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के मंच से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने वाली अमूल्या लियोना के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। अमूल्या को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अमूल्या के बयान की उनके पिता ने भी आलोचना की है। अमूल्या की नारेबाजी पर उसके पिता ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अमूल्या ने जो कहा, उसे बर्दाश्त नहीं करूंगा।
अमूल्या के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने एंटी सीएए रैली में जो किया, वह बिल्कुल गलत था। उसने जो कहा वह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने कई बार उनसे कहा कि वे मुसलमानों से न जुड़ें, उसने नहीं सुना। मैंने उसे कई बार भड़काऊ बयान नहीं देने के लिए कहा है लेकिन उसने नहीं सुना।
बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में आयोजित कार्यक्रम के आयोजकों के चेहरे का रंग उस समय उड़ गया जब कार्यक्रम में शामिल अमूल्या नामक महिला ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
इस दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी वहां मौजूद थे। उन्होंने तुरंत महिला की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा कि इससे से सहमत नहीं है और आश्वस्त करते हैं ‘हम भारत के लिए हैं’।
‘संविधान बचाओ’ बैनर तले एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आयोजकों ने जब अमूल्या को मंच पर संबोधन के लिए बुलाया तो उसने लोगों से अपील की वह उसके साथ ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाएं।
इस दौरान मंच पर ओवैसी भी मौजूद थे। अमूल्या के ऐसा करते ही ओवैसी ने तुरंत उससे माइक छीन लिया, वहीं अन्य लोगों ने उसे मंच से नीचे उतारने की कोशिश की।
इन सबके बावजूद वह लगातार नारे लगाती रही। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर उसे मंच से नीचे उतारा।
महिला को मंच से नीचे उतारे जाने के बाद ओवैसी ने कहा कि न तो मेरा और न ही मेरी पार्टी का उक्त महिला से कोई संबंध है। हम इस कृत्य की निंदा करते हैं। आयोजकों को उसे नहीं बुलाना चाहिए था। अगर मुझे पता होता कि ऐसा होगा तो मैं यहां नहीं आता। हम भारत के लिए हैं और किसी भी तरीके से अपने दुश्मन राष्ट्र पाकिस्तान का समर्थन नहीं करेंगे। हमारा मकसद देश बचाने के लिए है।