मुंबई – अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की रिहाई पर शिवसेना ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद को अलगाववादियों का गॉडफादर बताया है। साथ ही उनकी (सईद) गिरफ्तारी की मांग की है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है, ‘कश्मीर के अलगाववादियों को मुफ्ती मुहम्मद सईद के रूप में एक गॉडफादर मिला है। सईद ने अलगाववादियों की ताकत को बढ़ाया है। जम्मू-कश्मीर में भाजपा की गठबंधन साझेदार (पीडीपी) की मानसिकता के कारण ही चीजें सुलझने के बजाय और उलझ गईं।
अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने लिखा है, ‘जो कुछ भी कश्मीर में हो रहा है, वह देश के हित में नहीं है। जो भी आप चाहते हैं करें, लेकिन ऐसा कुछ न करें जिससे देश में परेशानी पैदा हो। देश के खिलाफ हो रहे इस अपराध का हिस्सा न बनें। अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की रिहाई आतंकियों की मदद करने जैसा है, इसलिए मुफ्ती मुहम्मद सईद को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करें।
पार्टी ने आरोप लगाया है कि जब भारत-पाकिस्तान के बीच सचिव स्तर की वार्ता चल रही थी, उस समय पाकिस्तानी राजदूत अब्दुल बासित व अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मुलाकात के पीछे सईद ही ‘जिम्मेदार’ थे।