कहानी पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले की है। यहां कमारुजमन सरकार नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर उसे 12 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
उसके ऊपर महिलाओं की लोहे की छड़ से मारकर हत्या करने और उसके बाद खून से लथपथ महिलाओं से सेक्स करने का आरोप है। पुलिस को कमारुजमन सरकार पर कुछ पुराने मामलों को लेकर भी संदेह है।
सरकार, जो कुछ वक्त के लिए कबाड़ी का काम करता है, वह पूर्वी बर्धमान और पास के हुगली जिले में पांच महिलाओं को मारने और कई दूसरे लोगों को घायल करने के मामले में संदिग्ध है।
42 साल का सरकार, अच्छे कपड़ों में दोपहर के वक्त बिजली के मीटर की रीडिंग लेने के लिए घरों में घुसता था और इसके बाद महिलाओं पर झपट पड़ता था।
पूर्वी बर्धमान के एसपी भास्कर मुखोपाध्याय ने बताया कि जिला न्यायालय ने सोमवार को 21 मई को गोआरा गांव में हुई पुतुल मांझी की हत्या के आरोप में सरकार को 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
एसपी ने बताया कि पुलिस ने अन्य चार हत्याओं के मामले में पूछताछ के लिए सरकार को हिरासत में रखने की मांग की थी क्योंकि ये सारी हत्याएं एक ही तरीके से की गई थीं। ऐसी कई औरतें थी जो इस छोटे कद के आदमी के हमले से बच निकलती थीं।
ऐसे में सरकार का तरीका यह था कि वह साइकिल की चेन से गला घोंटकर मार देता था और फिर उनके सिर पर लोहे की छड़ से मारता था ताकि उनकी मौत पक्की हो जाए।
खोपाध्याय ने बताया, “हालांकि उसने शिकारों के घर से कुछ कीमती चीजें ली हैं लेकिन इन हत्याओं का कारण चोरी करना नहीं लगता। महिलाओं की हत्या करना उसका मुख्य मकसद लगता है।”
पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ हत्याओं में यह भी पाया गया है कि कथित तौर पर आरोपी ने मौत के बाद कुछ महिलाओं के गुप्तांगों में नुकीली चीजें भी घुसाई हैं।
एसपी ने इस मामले में कहा, हम उससे इस मामले में पूछताछ कर रहे हैं कि उसने अधेड़ उम्र की महिलाओं को अपना शिकार क्यों बनाया?
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “सरकार की अपनी शादी से तीन बच्चे थे। हो सकता है कि किसी निजी वजह से ही वह अधेड़ उम्र की महिलाओं को निशाना बनाता रहा हो। हम इस नजरिए से भी जांच कर रहे हैं।
आरोपी को जब सोमवार को पुलिस वाले ने शक के आधार पर रोका तो वह लाल रंग की बाइक चला रहा था और लाल रंग का हेलमेट लगाए हुए था।
दरअसल पुतुल मांझी की हत्या के बाद जिले के हर पुलिस स्टेशन को सीसीटीवी की फुटेज भेजी गई थीं जिसमें संदिग्ध लाल रंग का हेलमेट पहने था और लाल रंग की बाइक चला रहा था।
पुलिस ने बताया है कि सरकार 27 जनवरी को अनुखाल इलाके में हुई पुष्पा दास की हत्या के मामले में भी संदिग्ध है।
इसके अलावा 4 अप्रैल को हुई रीता रॉय और ममता किश्कू की कुछ ही घंटों में हुई हत्याओं के मामले में भी संदिग्ध है। ये दोनों ही हत्याएं जिले के मेमारी पुलिस स्टेशन इलाके में हुई थीं।
मेमारी की ही सोनी यादव की हत्या भी ठीक इसी तरह से हुई थी। पुलिस ने कहा, रोंगपारा की की स्वरूपा बीबी उन चंद भाग्यशाली महिलाओं में से हैं जो उसके हमले से बच भागीं।
उन पर कथित तौर पर पिछे से एक साइकिल चेन से हमला हुआ था लेकिन वे हमलावर को झटकने और शोर मचाने में कामयाब रही थीं।