नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और पीएम मोदी ने संयुक्त बयान है कि दोनों ही देश कंधे से कंधे मिलाकर चलेंगे। मोदी- मैक्रों की वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच गोपनीय सूचना की सुरक्षा पर भी समझौता हुआ। इसके अलावा सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने वाले14 समझौते किए गए। आपको बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति चार दिन की भारत यात्रा पर आए हैं। उनका वाराणसी जाने का भी कार्यक्रम है. वहां से वह मिर्जापुर जाएंगे जहां पर एक सोलर प्लांट का उद्घाटन करेंगे।
- पीएम मोदी ने कहा कि आज दो नेताओं के बीच नहीं दो समान विचारधारा वाली संस्कृति के बीच साझेदारी है।
- पीएम मोदी ने कहा कि हम कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे. हमारी साझेदारी सदियों पुरानी है. फ्रांस की हर सरकार से हमारे अच्छे संबंध रहे हैं।
- पीएम ने कहा, हम मानते हैं कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों के उज्जवल भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयाम है हमारे लोगों से साथ संबंध। हम चाहते हैं कि हमारे युवा एक दूसरे के देश को जानें, एक दूसरे के देश को देखें, समझें, काम करें, ताकि हमारे संबंधों के लिए हज़ारों एम्बैसडर तैयार हों।
- उन्होंने कहा कि हम मानते हैं हमारे द्विपक्षीय संबंध के उज्ज्वल भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयाम पीपल टू पीपल संबंध हैं।
- आज हमारी सेनाओं के बीच हुए समझौते को मैं हमारे घनिष्ठ रक्षा सहयोग के इतिहास में एक स्वर्णिम क़दम मानता हूँ।
- रक्षा सुरक्षा, अंतरिक्ष और उच्च तकनीकी भारत और फ्रांस के द्विपक्षीय सहयोग का इतिहास बहुत लम्बा है।
- दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंधों के बारे में सहमति है सरकार किसी की भी हो, हमारे संबंधों का ग्राफ़ सिर्फ़ और सिर्फ़ ऊँचा ही जाता है।
- हम मानते हैं हमारे द्विपक्षीय संबंध के उज्ज्वल भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयाम पीपल टू पीपल संबंध हैं।
- हम सिर्फ दो सशक्त स्वतंत्र देशों व दो विविधतापूर्ण लोकतंत्रों के ही नेता नहीं हैं, हम दो समृद्ध और समर्थ विरासतों के उत्तराधिकारी हैं।
- वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे भारत के साथ मजबूत ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। हम कट्टरता और आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लडेंगे।
- हम भारत के साथ कूटनीतिक साझेदारी का बना रहे हैं। हम खूफिया सूचनाओं को भी साझा करने के लिए एक मैकेनिज्म को बनाने जा रहे हैं।