भोपाल : भोपाल पुलिस ने गुरुवार को निजी हॉस्टल के निदेशक को मूक बधिर लड़कियों का बलात्कार और छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसपर एक लड़की ने बलात्कार और दो ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। आरोपी का नाम अश्विन शर्मा है। उसने शहर में स्थित अपने तीन डुप्लेक्स को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की 8 मूक बधिर लड़कियों और 2 दृष्टिबाधित लड़कियों को किराए पर दिया है।
20 साल की आदिवासी लड़की ने बुधवार को पुलिस में बलात्कार, गलत तरीके से कारावास में रखने और आपराधिक धमकी देने की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। उसपर एससी/एसटी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है क्योंकि लड़की आदिवासी है। एक अनुवादक की मदद से शिकायत दर्ज करवाने वाली पीड़िता ने आरोप लगाया है कि शर्मा हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करता है।
पीड़िता ने कहा कि वह हमेशा उसे धमकी देता था कि किसी को कुछ मत बताना वरना वह उसे और उसके माता-पिता को मार देगा। उसने बताया कि जब भी वह अपने घर जाना चाहती शर्मा उसे बताता कि उसके माता-पिता चाहते हैं कि वह भोपाल में ही रहे। दोनों लड़कियों ने गुरुवार को शर्मा के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। कथित बलात्कार और छेड़छाड़ की घटना अक्टूबर 2017 और 4 अगस्त को घटित हुईं। जिसके बाद लड़कियों ने हॉस्टल छोड़ दिया और अपने घर वापस चली गईं।
भोपाल की घटना को बिहार और उत्तर प्रदेश से जोड़ते हुए विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि पीड़िता को शिकायत दर्ज करवाने के लिए शहर से बाहर जाना पड़ा क्योंकि स्थानीय अधिकारियों ने शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया था। कांग्रेस प्रवक्ता सुभाष ओझा ने आरोप लगाया कि हॉस्टल को राज्य सरकार के सामाजिक न्याय विभाग से अनुदान मिलता है। उन्होंने शेल्टर होम्स और हॉस्टल्स का ऑडिट करवाने की मांग की।