आस्ट्रेलिया के हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। वह टी-20 विश्व कप के बाद आस्ट्रेलियाई टीम से विदा लेंगे।
वॉटसन पहले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। उन्होंने बीते सात सितम्बर के बाद से अपने देश के लिए एकदिवसीय क्रिकेट नहीं खेला है।
वॉटसन मौजूदा आस्ट्रेलियाई टीम में 2000 के दशक की उस टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसने कई सालों तक विश्व क्रिकेट पर राज किया था। वॉटसन का करियर 14 साल का है।
क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में आस्ट्रेलिया के कप्तान रह चुके वॉटसन ने यह भी कहा कि वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट से भी संन्यास ले रहे हैं, जिसमें वह ऐाज टूर के बाद से नहीं खेले हैं।
वॉटसन ने जिस दिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, उसी दिन उन्होंने संन्यास की घोषणा की। वॉटसन पहली बार 24 मार्च, 2002 को अपने देश के लिए सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय मैच खेले थे।
अब जबकि वह 34 साल के हो चुके हैं और पाकिस्तान के खिलाफ एक अहम टी-20 मुकाबले के लिए तैयार हैं, दो बच्चों के पिता वॉटसन ने साफ कर दिया कि उनके लिए अब जीवन के दूसरे चरण में प्रवेश का वक्त आ गया है।
वॉटसन ने अपने देश के लिए 190 एकदिवसीय मैच, 56 टी-20 मैच और 59 टेस्ट मैच खेले हैं। वह क्रिकेट इतिहास के सात ऐसे खिलाड़ियों में शामिल हैं,जिन्होने 10 हजार से अधिक रन और 250 से अधिक विकेट लिए हैं।
वॉटसन ने टेस्ट में 3731, एकदिवसीय मैचों में 5757 और टी-20 में 1400 रन बनाए हैं। टेस्ट में उनके नाम 75, एकदिवसीय मैचों में 168 और टी-20 मैचों में 46 विकेट दर्ज हैं।