ऑस्ट्रेलिया के लिए 59 टेस्ट खेलने के बाद शेन वाटसन ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। वॉटसन के इस फैसले के बारे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट करके जानकारी दी। शनिवार को इंग्लैंड के साथ वनडे मैच में गेंदबाजी करते हुए वाटसन की पिंडली में खिंचाव आ गया था, जिसके बाद उन्होंने अपने टेस्ट करियर पर ब्रेक लगा दिया।
गौरतलब है कि वाटसन पिछले कुछ साल से फिटनेस और खराब फॉर्म से जूझते रहे हैं। वॉटसन ने अपने 10 साल के टेस्ट करियर में तीन हजार से अधिक रन बनाए, लेकिन पिछले कुछ साल उनके टेस्ट करियर के लिए भुला देने वाले रहे।
वाटसन के संन्यास के साथ ही एशेज 2015 की ऑस्ट्रेलियाई टीम के चार खिलाड़ियों के टेस्ट करियर का पर्दा गिर गया है। रेयॉन हैरिस ने एशेज शुरू होने से पहले ही संन्यास ले लिया था। माइकल क्लार्क और क्रिस रॉजर्स ने एशेज सीरीज के बाद संन्यास लिया।
हाल ही में खत्म हुई एशेज सीरीज में वाटसन को कार्डिफ टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। कार्डिफ में उन्होंने 30 और 19 रन की पारी खेली थी और गेंदबाजी करते हुए उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। उनके खराब फॉर्म का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो पिछले कई मैचों से लगातार पगबाधा आउट होते आ रहे थे। अगर सिर्फ एशेज सीरीज की बात करें, तो वॉटसन 5 एशेज खेल चुके हैं। इंग्लैंड के खिलाफ 19 टेस्ट मैचों में वॉटसन ने 2 शतकों की मदद से 1487 बनाए हैं।
ऑल-राउंडर वाटसन ने अपने करियर में 35.19 की औसत से 3731 रन बनाए हैं जिसमें उनके नाम 4 शतक और 24 अर्द्धशतक शामिल है, वहीं गेंदबाजी करते हुए 59 टेस्ट में वॉटसन ने 75 विकेट भी लिए हैं। वाटसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अपना पहला टेस्ट साल 2005 में खेला था। पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए इस मैच में वॉटसन ने 31 रन बनाए थे और एक विकेट लिया था।