यूं तो भगवान शिव हमेशा ही भक्तों पर कृपा करते हैं लेकिन शिव जी को खुश करने के लिए सबसे अच्छा समय सावन का महीना होता है। कहते हैं कि इस महीने में भगवान भोलेनाथ पृथ्वी पर अपने भक्तों के बीच होते हैं और इसलिए भक्तों की पुकार बहुत जल्दी सुनते हैं। यही वजह है कि शिव भक्त सबसे ज्यादा सावन में ही कांवर चढ़ाते हैं और सावन में शिव भक्ति में डूबे रहते हैं।
देवी पार्वती ने भी सावन में शिव जी को प्रसन्न करके उन्हें पति रूप में पाया था। इसलिए शिव को मनाने का यह सबसे बढ़िया समय माना जाता है और इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं इन 10 बातों का ध्यान रखना होता है।
सावन के महीने में सूर्योदय से पहले उठकर भगवान शिव का ध्यान करें और नियमित शिवलिंग का जल से अभिषेक करें। पुराणों के अनुसार सावन में किया गया जलाभिषेक अन्य दिनों में की अपेक्षा अधिक फलदायी होता है।
सावन के सोमवार के दिन व्रत रखें। अगर नर्जल व्रत नहीं रख सकते तो फलाहर के साथ व्रत रखा जा सकता है। शिव पुराण का पाठ करें। इस पुराण में बताया गया है कि सावन में इसका पाठ और श्रवण मुक्तिदायी होता है।
भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र शामिल करें। तांबे का नाग भगवान शिव को अर्पित करें। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इससे कालसर्प, सर्प योग और राहु केतु के अशुभ प्रभाव में कमी आती है। धतूरा और भांग भगवान शिव को अर्पित करें। मिट्टी से शिवलिंग बनाकर नियमित इसकी पूजा करें। दूध दान करें। शाम के समय भगवान शिव की आरती पूजा करें।