खंडवा :चुनाव आते ही एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा गर्माने लगा हैं। इस बार केंद्र में सरकार की सहयोगी शिवसेना ही अब मोदी सरकार के साथ साथ मध्यप्रदेश का चुनावी गणित भी बिगड़ने लगी हैं। शिवसेना का साफ कहना हैं कि उनका मकसद सत्ता पाना नहीं हैं बल्कि शिवराज सरकार को उखड फैंकना हैं। जिसके लिए पार्टी प्रदेश भर में अपने उम्मीदवार खड़े करेंगी।
हालांकि अभी उनका मकसद राम मंदिर ही हैं जिसके लिए खंडवा सहित देश भर के शिवसैनिक 25 नवंबर को अयोध्या पहुंच कर राम मंदिर के लिए आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
खंडवा पहुंचे शिवसेना के प्रदेश उपप्रमुख पप्पू तिवारी ने पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा पर वादा खिलाफी के आरोप लगाए। पप्पू तिवारी ने कहा की भाजपा ने सत्ता में आने से पहले हिन्दुओ से वादा किया था की वे राम मंदिर बनवाएंगी लेकिन सत्ता में आने के बाद वे अपने वादे से मुकर रहे हैं। जिसके चलते पुरे देश भर केर शिवसैनिक उद्धव ठाकरे के निर्देश पर 25 नवंबर को अयोध्या पहुंच कर राम मंदिर बनवाने मंदिर निर्माण की ईंट रखेंगें।
उन्होंने कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में शिव सेना भी अपने उम्मीदवार उतारेगी। जिसके चलते एक लिस्ट जारी हो गई है और दूसरी लिस्ट भी जारी होने वाली हैं।
शिवसेना के प्रदेश उपप्रमुख पप्पू तिवारी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार बलात्कार के मामलों में अव्वल हैं यहाँ ना तो बेहतर स्वस्थ सेवाएं हैं ना ही कानून व्यवस्था।
महिलाएं रात में घूम नहीं सकती। शिक्षा माफिया से पूरा प्रदेश घिरा हुआ हैं ऐसे में हम यहाँ की सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ कर उसे उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा की हमारा उद्देश्य सत्ता में आना नहीं हैं बल्कि इस सरकार को सत्ता से बेदखल करना हैं। गौरतलब हैं की शिवसेना से पहले हिंदू नेता प्रवीण तोगड़िया का संगठन भी 21 नवंबर को अयोध्या पहुंच राम मंदिर के लिए अनोलन की बात कर चूका है