मुंबई: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर करने को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे के बयान के बाद अब शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा गया है कि देश में घुसे पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को बाहर करना चाहिए।
सामना के जरिए शिवसेना ने कहा है कि देश में घुसे पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को बाहर किया जाना चाहिए, इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन इसके लिए झंडा बदलना पड़ जाए, ये भी मजेदार है। राज ठाकरे पर तंज करते हुए इस लेख में कहा गया है कि दो झंडों की योजना बनाना, ये दुविधा या फिसलती गाड़ी के लक्षण हैं। बता दें कि राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने अपने झंडे का रंग बदल लिया है।
इसके पहले, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन का ऐलान किया था। राज ठाकरे ने कहा था कि भगवा उनके डीएनए में है। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के घुसपैठियों को उठाकर बाहर कर देना चाहिए। राज ठाकरे ने यह बयान बाला साहब ठाकरे की जयंती के मौके पर दिया। पार्टी के झंडे का रंग भगवा करने पर राज ठाकरे ने कहा कि भगवा झंडा 2006 से मेरे दिल में है, भगवा मेरे डीएनए में है। मैं एक मराठी हूं और हिंदू भी हूं।
वहीं, राज ठाकरे के बयान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया भी आई थी। बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर एक सभा को संबोधित करते हुए अपने चचेरे भाई और MNS प्रमुख राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने अपना भगवा झंडा नहीं बदला है, मेरा रंग अंदर और बाहर दोनों समान है, हम में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, मेरा रंग भगवा है। उद्धव ठाकरे ने कहा महाराष्ट्र में भगवा लहराए, यह बालासाहेब ठाकरे का सपना है, जिसे वो जरूर पूरा करेंगे।