देश में गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर अब शिवसेना ने भी अपना रूख साफ कर दिया है। शिवसेना ने मंगलवार को गाय की रक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करना हिन्दुत्व के खिलाफ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीफ पर एक नेशनल पॉलिसी लाने की मांग की।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है की भाजपा शासित झारखंड, हरियाणा और यूपी जैसे राज्यों में इस तरह की घटनाएं हाल ही में देखने को मिली हैं।, बीफ का मुद्दा खाने की आदत, व्यापार और रोजगार से जुड़ा है। इसलिए इसे लेकर एक राष्ट्रीय नीति होनी चाहिए।” इससे पहले 29 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने भी गौरक्षा के नाम पर की जा रही हत्याओं को लेकर नाराजगी जताई थी।
मोदी ने गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करने वाले स्वयंभू गोरक्षकों को पिछले सप्ताह एक कड़ा संदेश दिया था कि गाय की रक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
पार्टी ने कहा, ‘‘गौरक्षा करने वाले लोग कल तक हिन्दू थे लेकिन वे आज हत्यारे बन गए हैं।’’ शिवसेना ने कहा, ‘‘हम इस मामले पर प्रधानमंत्री के अपनाए रुख का स्वागत करते हैं। किसी को भी गौरक्षा के नाम पर कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं। लोगों की हत्या करना हिन्दुत्व के सिद्धांत के विपरीत है।
समाचार पत्र में कहा गया है, ‘‘हम हिन्दुत्व को स्पष्ट रूप से परिभाषित करने के लिए उनका (मोदी) धन्यवाद करते हैं। उन्हें अब गोमांस पर एक राष्ट्रीय नीति पेश करनी चाहिए ताकि तनाव कम हो सके।
गौहत्या या गोमांस खाने के संदिग्धों की लोगों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के मामलों के कारण आलोचनाएं झेल रहे भाजपा प्रमुख अमित शाह ने हाल में इस प्रकार की घटनाओं को गंभीर करार दिया था लेकिन उन्होंने दावा किया था कि भीड़ द्वारा हत्या की घटनाएं राजग सरकार के तीन साल के कार्यकाल की तुलना में पहले की सरकारों में अधिक हुई थीं।
गौरतलब है की देश में गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी अपना रुख साफ़ कर चुके है इनके बाद शिवसेना ने भी अपना रूख साफ कर दिया है। शिवसेना ने गाय की रक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करना हिन्दुत्व के खिलाफ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीफ पर एक नेशनल पॉलिसी लाने की मांग की।
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