भोपाल : किसान आंदोलन को लेकर उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना उपवास समाप्त कर दिया है। इससे पहले उन्होंने उसी मंच से वहां पहुंचे किसानों और भाजपा नेताओं को संबोधित किया। उनका कहना है था कि उनकी सरकार ने जितना काम किया उतना पहले किसी सरकार ने नहीं किया है। सीएम शिवराज का कहना था कि पहले प्राकृतिक आपदा आती थी तो सरकार उसे आकड़ों का कम करने में लगी रहती थी लेकिन आज ऐसा नहीं है मैं हमेशा अधिकारियों से कहता हूं कि किसी भी किसान को मुआवजे से दूर नहीं होना चाहिए।
उनका कहना था आप खुद ही देख लीजिए हमने कितने ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करा रखा है, इतने कम प्रतिशत पर क्या लोन मिलता है आप पता कर लीजिए। इसके बाद सीएम ने स्वामीनाथन रिपोर्ट के कई बिंदुओं को उठाया और बताया कि हम पहले से ही इन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबरजस्ती किसानों की जमीन किसी भी हालत में नहीं ली जाएगी। इसके साथ ही लैंड यूज एडवायजरी सर्विस का भी निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर कहां कि मध्यप्रदेश में जन्म लेने वाले हर व्यक्ति को जमीन जरूर मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पाद लागत और विपणन आयोग का भी गठन किया जाएगा। इससे फसलों की लागत की जानकारी मिलेगी जो किसान को उपलब्ध कराई जाएगी। विलेज नॉलेज सेन्टर बनायेगे जो किसानों को कितना उत्पादन सही रहेगा और क्या उत्पादन करना सही रहेगा इस बात की जानकारी देगा। किसान और उपभोक्ता के बीच के अंतर को खत्म करने के लिये किसान बाज़ार बनेगा।
उपभोक्ता किसान से सीधे माल खरीदेगा। नगर निगम ,नगर पालिका और नगर पंचायत समर्थन मूल्य के नीचे कोई भी फसल नही बिकेगी। और यदि कोई समर्थन मूल्य पर नही खरीदेगा तो उस पर अपराध का केस बनेगा।दूध खरीदी अब अमूल दूध पद्धति से की जाएगी। खसरा-खतौनी की नकल किसानों को फ्री में घर पर पहुचाएंगे।
डिफाल्टर किसानों को भी कर्ज का लाभ मिले इस पर भी कम कर रहे है।