खंडवा– दिल्ली की किसान रैली में किसान की आत्महत्या के बाद भाजपा, आम आदमी पार्टी का जुबानी युद्ध अब पूरे देश में फैलता नजर आ रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से 14 दिन से जल सत्याग्रह कर रहे आम आदमी पार्टी संयोजक आलोक अग्रवाल को विकास विरोधी करार दिया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो हमेशा मध्यप्रदेश सरकार की तारीफों के कसीदे पढ़ते नजर आते है लेकिन मध्यप्रदेश के खंडवा में पुनासा उद्वहन सिंचाई परियोजना के शुभारंभ पर सरकार की तारीफ के साथ उन्होंने पिछले 14 दिनों से जल सत्याग्रह कर रहे आम आदमी पार्टी संयोजक आलोक अग्रवाल पर निशाना साधते हुए उन्हें विकास विरोधी करार दिया।
शिवराज यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि ऐसे तत्व देश और प्रदेश के विकास में बाधक है अगर ये मिलकर कोई रास्ता निकालना चाहते है तो उनका स्वागत है वरना जल सत्याग्रहियों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जायेगा। ये लोग किसी के बहकावे में बैठे है नहर जरुरी है जिसको सरकार ने उम्मीद से ज्यादा मुआवजा दिया है ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस बयान पर जल सत्याग्रह कर रहे आम आदमी पार्टी संयोजकऔर नर्मदा बचाव आंदोलन के नेता आलोक अग्रवाल ने कहा कि अपने हक कि लड़ाई लडऩा कोई गुनाह नहीं है वर्तमान केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार किसान और विस्थापित विरोधी है। पिछले मर्तबा 2012 में भी सरकार ने जो वादे किए थे वो पूरे नहीं किए। विस्थापितों को जब तक उनका पूरा अधिकार नहीं मिल जाता आंदोलन जारी रहेगा।
ओंकारेश्वर परियोजना के तहत बांध पर 191 मीटर पानी सरकार द्वारा भरा जा चुका है। जिससे आसपास के उन क्षेत्रों में भी पानी आ चुका है जहां विस्थापन और पुनर्वास का काम पूरा नहीं हुआ है। इसी के विरोध में नर्मदा बचाव आंदोलन व ग्रामीण पानी में खड़े रहकर पिछले 14 दिनों से जल सत्याग्रह कर रहे है।
सत्याग्रहियों के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट भी जारी है।सत्याग्रह कर नन्नी बाई का है की मुख्यमंत्री हमारा हक़ दो हम किसी के बहकावे में नहीं बैठे है । अब देखना यह होगा कि सरकार और सत्याग्रहियों के बीच में जुबानी युद्ध कब खत्म होगा और विस्थापितों को कब उनका हक मिलेगा।
रिपोर्ट – तेज़ न्यूज़ नेटवर्क