आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने अयोध्या के रामजन्म भूमि मामले को सुलझाने के लिए एक बार फिर मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की श्रीश्री के साथ बैठक में सुन्नी वक्फ बोर्ड एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य शामिल रहे। उन्होंने अयोध्या मसले पर कोर्ट के बाहर समझौते के लिए सहायता की गुजारिश की।
अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 14 मार्च तक के लिए टल गई है। इस बीच आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने अयोध्या के रामजन्म भूमि मामले को सुलझाने के लिए एक बार फिर मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। बैठक में शामिल हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सलमान नदवी ने कहा कि हम चाहते हैं जब कोर्ट का फैसला आए तो सभी को खुशी मिले।
श्रीश्री के साथ बैठक में सुन्नी वक्फ बोर्ड एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य शामिल रहे। उन्होंने अयोध्या मसले पर कोर्ट के बाहर समझौते के लिए सहायता की गुजारिश की।
खबरों के अनुसार बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी की राम मंदिर विवादित जगह पर ही बनाया जाए। हालांकि, इसे लेकर कोई भी अंतिम फैसला नहीं हो पाया है और मामले में बातचीत आगे भी जारी रहेगी। जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों ने अयोध्या में एक बड़ी बैठक बुलाई गई है।
बैठक को लेकर नदवी ने कहा कि हमने बैठक की ताकि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर मुद्दों पर कोई ऐसा समाधान निकल सके जिससे पूरे देश में एक संदेश जाए। हमारी प्राथमिकता लोगों के दिलों में जगह बनाना है। लेकिन जब कोर्ट का फैसला आएगा तो यह एक संवैधानिक कदम होगा और यह लोगों के दिलों तक नहीं पहुंचता। हम चाहते हैं कि जब इस मामले में दोनों पार्टियां कोर्ट के बाहर आएं तो दोनों ही खुश हों।
मुस्लिम समुह के इन सदस्यों ने विवादित बाबरी मस्जिद को अन्य स्थान पर स्थापित करने के मसौदे पर आशा जताई। कई मुस्लिम नेता इस विषय में पहले से ही सहयोग कर रहे हैं। सुन्नी वक्फ बोर्ड एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सहित विभिन्न संस्थाओं के 16 सदस्यों ने श्रीश्री के साथ मुलाकात की। कई राज्यों के प्रतिनिधि और विद्वान भी इस अवसर पर उपस्थित थे।