नई दिल्ली: वाराणसी शहर की दक्षिणी विधानसभा सीट से सात बार के बीजेपी विधायक श्याम देव राय चौधरी अपना टिकट काटे जाने से अभी भी नाराज हैं। उन्होंने बीजेपी से पूछा है कि आखिर मेरा कसूर क्या था ? सात बार के विधायक श्याम देव राय चौधरी को दादा के नाम से जाना जाता है।
कल प्रधानमंत्री मोदी जब वाराणसी में रोड शो कर रहे थे उन्होंने श्याम देव राय चौधरी का हाथ पकड़ा और उन्हें मंदिर तक ले गए। प्रधानमंत्री की इस खास तवज्जो के बाद भील श्याम देव राय चौधरी नाराजगी कम नहीं हुई है। ”
एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए श्याम देव राय चौधरी ने कहा, ”मैं दुखी तो था ही, मैंने पूछा था कि मेरा कसूर क्या है लेकिन यहां से लेकर लखनऊ तक कोई मेरा कसूर तो बता नहीं पाया। प्रधानमंत्री जी यहां से सांसद हैं। कल मैं प्रोटोकॉल के तहत उन्हें रिसीव करने के लिए खड़ा था। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर कहा चलिए दादा दर्शन कर आएं। उन्होंने स्वास्थ का हाल चाल पूछा। ”
श्याम देव राय चौधरी ने कहा, ”मंदिर दर्शन के बाद उन्होंने सभा की, सभा में उनके पास मेरी सीट थी। उन्होंने मेरा फिर हाल चाल पूछा और शायद मेरी नाराजगी कुछ कम करने की कोशिश की। मेरी समझ से ये उनका कर्तव्य था जो उन्होंने देर से ही सही पूरा किया। लेकिन मेरे मन में जो पीड़ा थी उसका उत्तर नहीं मिला। ”
श्याम देव राय चौधरी ने कहा, ”लगभग पचास वर्ष हो गए हैं मुझे पार्टी में, मैं जनसंघ से वक्त से जुड़ा। मेरे खून में ही राजनीति है और अब खून बोलता है। खून बोल रहा है कि आप चुप ना बैठिए। कमल ना मुरझाए इसके लिए कुछ कीजिए। मैं कल मंच पर कमल को जिताने के लिए और मोदी जी से सम्मान की रक्षा के लिए गया था। ”
श्याम देव राय चौधरी ने कहा, ”मैं सबसे यही सवाल पूछ रहा हूं कि मेरा कसूर क्या है। मुझसे कहा गया कि आप जो हुआ उसे भूल जाइए। आप को कई और बड़ा सम्मान दिया जाएगा। मेरा टिकट क्यों कटा ये नहीं पता लेकिन कोई बहुत बड़ी सिफारिश की गई है। मेरा टिकट कटने से पूरे यूपी के लोग परेशान हैं। ”