नई दिल्लीः करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला समझौता फिलहाल टलता नजर आ रहा है। भारत और पाक दोनों ने बुधवार को समझौते पर हस्ताक्षर होने की घोषणा की थी, लेकिन अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि 23 अक्तूबर को दोनों देशों के बीच होने वाला समझौता टल गया है।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया था कि करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले श्रद्धालुओं को पाकिस्तान द्वारा वीजा फ्री एक्सेस देने के लिए 23 अक्तूबर को समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए केंद्र सरकार तैयार है। 12 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर शुरू करने की योजना है। भारत सरकार ने पाकिस्तान से एक बार फिर प्रति दर्शनार्थी 20 डॉलर (लगभग 1400 रुपये) का शुल्क हटाने की मांग की है।
Sources: Signing of agreement on Kartarpur Corridor between India and Pakistan unlikely tomorrow. Earlier, both the countries had announced, the Agreement on Kartarpur Corridor will be signed on 23rd October. pic.twitter.com/NZPOHiLdMY
— ANI (@ANI) October 22, 2019
भारत-पाकिस्तान अधिकारियों के बीच करतारपुर कॉरिडोर को लेकर तीन बैठकें हो चुकी हैं। अंतिम बैठक में पाकिस्तान ने प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर फीस की शर्त रखी थी। भारतीय अधिकारियों ने इस शर्त का तुरंत विरोध किया था।
भारत का तर्क था कि करतारपुर कॉरिडोर सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी द्वारा स्थापित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए बनाया गया है। विश्व के किसी भी देश में धार्मिक कॉरिडोर पर एंट्री फीस वसूलने की प्रथा नहीं है, लेकिन पाकिस्तान ने भारत के इस प्रस्ताव को मानने से इंकार कर दिया था।