उज्जैन- योग गुरु बाबा रामदेव ने काला धन अब तक वापस नहीं आने पर अपनी बेबसी जाहिर की है ! उन्होंने कहा कि कालेधन को विदेशों से वापस लाने को लेकर उनके तमाम प्रयास जारी हैं ! सरकार के जुड़े लोगों को बराबर याद दिलाते रहते हैं लेकिन अभी तक पैसा वापस नहीं आया है ! इसलिए इस मुद्दे पर फिलहाल बात करने के लिए कुछ नहीं है !
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा रामदेव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि साध्वी प्रज्ञा के ऊपर मकोका हटाने के फैसले को वो कलर कास्ट आतंकवाद से जोड़कर नहीं देखते ! अपना विचार रखते हुए रामदेव ने कहा कि देश में वैचारिक संकट सबसे बड़ी चुनौती है ! क्योंकि भारत की आत्मा और इंडिया की सोच में फिलहाल अंतर दिख रहा है !
योगगुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को एक संकल्प लिया है। अब तक हाथ और मशीन, दोनों से बने सूती वस्त्र पहनने वाले बाबा रामदेव ने संकल्प लिया है कि वो अब केवल हाथ से बने सूती वस्त्र ही पहनेगें। बताया जा रहा है कि बाबा का यह संकल्प देश में कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया है।
मध्यप्रदेश के उज्जैन में जारी सिंहस्थ कुंभ के दौरान निनौरा में चल रहे तीन दिवसीय ‘विचार महाकुंभ’ के दूसरे दिन कृषि और कुटीर उद्योग पर आयोजित एक कार्यक्रम में बाबा ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए कुटीर उद्योग की वस्तुओं को अपनाना होगा।
बाबा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह अब तक हाथ और मशीन से बने सूती वस्त्र पहनते रहे हैं, मगर आज से संकल्प लेते हैं कि सिर्फ हाथ से बने सूती कपड़े ही पहनेंगे। उन्होने कहा कि कुटीर उद्योग का एक बहुत बड़ा क्षेत्र है और यह सिर्फ सरकार के बस की नही है, इसके लिए आम जनता को भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
आप को बता दे कि बाबा रामदेव के ‘पतंजलि ब्रांड’ के उत्पाद देश भर में इन दिनों चर्चा में है। ‘पतंजलि ब्रांड’ दैनिक जीवन में प्रयोग किए जाने वाले लगभग सभी वस्तुओं की उत्पाद करती है। बाबा ने लोगों से कुटीर उद्योग की तरफ बढ़ें का आह्वान करते हुए कहा कि लोग इसकी ओर बढ़े और जो लोग प्रशिक्षण हासिल करके शैम्पू, साबुन इत्यादी बनान चाहते है उन्हे वह प्रशिक्षण भी देंगे।
विचार मंच से सीएम शिवराज सिंह का तारीफ करते हुए उज्जैन में बाबा रामदेव ने कहा कि ये जो कहते हैं वही करते हैं। हम दोनों किसान के घर में पैदा हुए हैं, दोनों जमीन से जुड़े हुए हैं और दोनों ने खेतों में हल चलाए हैं।