उज्जैन- मध्य प्रदेश में चल रहे सिंहस्थ महाकुंभ को लेकर राजनीति गर्माती हुई दिखाई दे रही है ! आपको बता दें कि प्राप्त जानकारी अनुसार राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी [बीजेपी] द्वारा 11 मई को उज्जैन सिंहस्थ में दलित साधु-संतो के लिए अलग से स्नान करने का आयोजन किया जा रहा है। अब इस पर भी राजनीति गर्मा गई है। जिसके बाद कुछ सामाजिक संगठनों एवं शंकराचार्यों और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से इसका विरोध किया जा रहा है।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा इस आयोजन को बीजेपी की नौटंकी करार दिया गया है, अमरकंटक के प्रमुख संत कल्याणदासजी महाराज ने कहा कि ‘मैं लगातार छह सिंहस्थ से उज्जैन आ रहा हूं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, दलित स्नान का आयोजन बकवास है। कोई भी साधु से उसकी जाति या वर्ण नहीं पूछता है।’
वही दूसरी और संघ और बीजेपी द्वारा देश भर के देश के दलित संतों को सिंहस्थ के लिए न्योता भेज जा चुका है, आरएसएस से संग्लग्न संस्था ‘पंडित दीनदयाल विचार प्रकाशन’ द्वारा 11 मई को समरसता स्नान और शबरी स्नान का आयोजन किया जा रहा है।
Simhastha Kumbha Dalit saints held separate baths Organizing by BJP, RSS