खंडवा : संत सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के सेंकड फेस के डीएम प्लांट में हुई मजदूर की मौत के बाद जहां विगत 4 दिन से प्लांट बंद है। जिससे प्रतिदिन शासन को करोड़ो रूपए के राजस्व की चपत लग रही है। वही सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा जिला मुख्यालय पर लामबंद होकर धरना प्रदर्शन करते हुए घटना के बाद मारपीट करने वाले युवकों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। जिसमें इनके द्वारा 16 नामजद व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई हेतु आवेदन दिया है। लेकिन इनमें से कु छ नाम ऐसे भी दे दिए गए है जो कि घटना के वक्त मौजूद ही नही थे। तो वही कुछ जिले से बाहर थे। जिसका खुलासा रविवार को हुआ।
जब जनशिक्षक ब्रजलाल पटेल अपने खिलाफ झूठी शिकायत करने का आवेदन देने एसपी आफिस पहुंचे। जहां ब्रजलाल पटेल ने बताया कि में विधायक नारायण पटेल के लिपिकार्य कार्य देखता हूं। विगत दिनो संत सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना में कर्मचारी की मौत के बाद हुए विवाद में मेरा नाम जबरन उछाला जा रहा है। जबकि में दिनांक 26.09.2019 को सुबह 9 बजे घर से माता के दर्शन करने पावागढ गुजरात के लिए रवाना हो गया था। जिसमें मेरे साथ 20 अन्य साथीगण भी गए थे।
लेकिन राजनीतिक दुर्भावनावश मेरा नाम इस मामले में जबरन उछाला जा रहा है। जबकि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नही है। लेकिन सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते झूठा प्रकरण दर्ज करवाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। मामले नाम आने के बाद मैं और मेरा परिवार विगत 4 दिनों से मानसिक रूप से परेशान है। तथा उच्च अधिकारियों द्वारा लगातार निराधार मामले में दबाव बनाकर प्रकरण दर्ज कराने का दबाव बनाया जा रहा है।
टोल टैक्स की रसीदें और मोबाईल लोकेशन बयां कर रही सच्चाई
जनशिक्षक ब्रजलाल पटेन ने बताया कि मेरे द्वारा अपनी पावागढ़ में उपस्थिति का प्रमाण देते हुए मेरे द्वारा यात्रा के दौरान दिए गए टोल टैक्स की रसीदें एवं मोबाईल लोकेशन से दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जाएगा। मुझे नही पता कि आखिर क्यों सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के अधिकारियों द्वारा मेरे खिलाफ झूठी शिकायते की गई।
…अधिकारियों ने गलती स्वीकारी
प्लांट में हुई मारपीट के मामले में अधिकारियों द्वारा बिना सोचे-समझे जिन 16 लोगों के नाम शिकायत में दिए गए थे ,उनमें से दो लोगों संतोष अनोखीलाल एवं राकेश कमलसिंह के नाम शिकायत में से हटवाने के लिए अधीक्षण अभियंता आर.के.खेमरिया ने लिखित में उन्हे आश्वासन दिया है। साथ ही मूंदी थाने में इस मामले से अवगत कराया है। इससे यह साबित होता है कि एक और जहां अधिकारियों द्वारा 16 लोगों पर कार्रवाई करने की मांग हेतु प्लांट बंद लगातार दबाव बनाया जा रहा है,वही दूसरी और जल्दबाजी में की गई शिकायतों में कुछ ऐसे नाम भी सामने आ रहे है जिनका मामले से कोई लेना-देना ही नजर नही आ रहा है।