#जम्मू: जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के एक ‘फिदायीन’ दल ने आज तड़के एक पुलिस थाने पर हमला कर दिया, जिसमें तीन सुरक्षाकर्मियों समेत चार लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने दोपहर तक चली मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया।
यह एक मार्च को राज्य में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गठन के बाद से राज्य में पहला बड़ा आतंकवादी हमला है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ‘फिदायीन’ दल के दो से तीन आतंकवादियों का एक समूह तड़के राजबाग पुलिस थाने में घुस गया और उसने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक दानिश राणा ने कहा, ‘ यह एक फिदायीन हमला है।’ पुलिस ने बताया कि हमले में छह लोग मारे गए हैं जिनमें दो आतंकवादी, सीआरपीएफ के दो जवान, एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक शामिल है। इस हमले में 10 अन्य लोग घायल हुए हैं।
सीआरपीएफ के घायल कांस्टेबल भरत प्रभु ने बताया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों ने जम्मू से पठानकोठ जा रही एक जीप को तलाशी लेने के बहाने रोक लिया। इसके बाद आतंकवादियों ने जीप का अपहरण कर लिया जिसमें तीन यात्री सवार थे। वे जीप से राजबाग पुलिस थाने पहुंचे और उन्होंने एक पुलिसकर्मी पर गोलियां चला दीं जिससे वह शहीद हो गया।
इसके बाद आतंकवादियों ने पुलिस थाने पर ग्रेनेड फेंके और अंधाधुंध गोलीबारी की। अतिरिक्त सुरक्षाबलों को घटनास्थल पर भेजा गया है और जम्मू-पठानकोट राजमार्ग को ऐहतियातन बंद कर दिया गया है। पुलिस थाने के आसपास पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक से बात की और स्थिति की जानकारी ली। सिंह ने गृह सचिव को स्थिति पर नजदीक से नजर रखने का निर्देश दिया है। कठुआ और सांबा जिलों में 2013 और 2014 में पुलिस थानों और सैन्य शिविरों पर इसी प्रकार के आतंकवादी हमले हुए थे। भाषा