नई दिल्ली- मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को अपने एक बयान की वजह से असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। ति ने शुक्रवार को अमेरिकी पत्रकार टीना ब्राउन के एक कार्यक्रम में कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि भारत में किसी महिला से यह कहा जाता है कि क्या पहनना है, कैसे पहनना है, किससे मिलना है और कब मिलना है? मेरे विचार में मुझे यह नहीं लगता कि यहां किसी पर हुक्म चलाया जाता है।
स्मृति के इतना कहते ही कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने ही उनके इस बयान पर असहमति जता दी। इतना ही नहीं खुद पत्रकार टीना ने भी इस टिप्पणी पर असहमति जाहिर की।कार्यक्रम में मौजूद लोगों की प्रतिक्रिया इतनी मुखर थी कि स्वयं पत्रकार को हस्तक्षेप करना पड़ा। इस दौरान ईरानी ने जवाब देते हुए कहा कि क्या आपसे कहा गया?
महिलाओं की स्थिति पर की गई अपनी टिप्पणी को सही साबित करने के लिए स्मृति ने कहा कि वे किसी बड़़े परिवार से नहीं बल्कि एक निम्न मध्यम वर्ग से आती है, जहां उन्हें अपना खुद का भविष्य तय करने की सीख दी गई। स्मृति ने यह स्वीकारा कि चुनौतियां हैं जिनका सामना हर किसी को करना है। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे देश में भी ये बयान आते हैं जहां छात्राओं को उत्तेजक कपड़े न पहनने को कहा जाता है।