नई दिल्ली- अपने आंदोलन को एक कदम आगे ले जाते हुए जेएनयू छात्र देशद्रोह के मामले में जेल में बंद उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य, एसएआर गिलानी की रिहाई की मांग करते हुए आज संसद की तरफ मार्च किया ! मार्च में सैकड़ों की तादाद में स्टूडेंट शामिल हैं।
कहा जा रहा है कि मार्च को कई यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट्स का सपोर्ट है। जिसमे राष्ट्रद्रोह का मुकदमा झेल रहे जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रमुख कन्हैया कुमार ने आज एक विरोध प्रदर्शन से पहले कहा कि एचआरडी मंत्री को पद से हट जाना चाहिए।
जीहां जेल में बंद JNU स्टूडेंट उमर खालिद और अनिर्बान की रिहाई को लेकर मंगलवार को एक मार्च निकाला जा रहा है। मार्च में ‘स्मृति हटाओ’ के नारे लगे। जेएनयू स्टूडेंट अपनी पांच मांगों को लेकर यह मार्च निकाल रहे हैं।
देशद्रोह का आरोपी स्टूडेंट यूनियन लीडर कन्हैया कुमार इस मार्च को लीड कर रहा है। इसको AISA ने ऑर्गनाइज किया है।
यह मार्च मंडी हाउस से पार्लियामेंट तक निकाला जा रहा है। कन्हैया ने कहा है कि उसे यूनवर्सिटी से निकाले जाने का कोई नोटिस नहीं मिला है।
कन्हैया कुमार ने मंगलवार को कहा कि उसे यूनिवर्सिटी से निकाले जाने का कोई नोटिस नहीं मिला है। इससे पहले सोमवार को यह खबरें आई थीं कि JNU में 9 फरवरी को हुई देशविरोधी नारेबाजी के मामले की जांच कर रही पांच मेंबर्स की कमेटी ने कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य को यूनिवर्सिटी से निकालने की सिफारिश की है।
खबरों में कहा गया था कि JNU में 9 फरवरी को हुई देशविरोधी नारेबाजी के मामले की जांच में यूनिवर्सिटी ने 21 स्डूटेंड्स को दोषी मानते हुए शोकॉज नोटिस भेजा है।