सोफिया ने आगे बताया कि वह लोगों द्वारा खुद को ‘बेचने और खरीदने’ से तंग आ गई थीं और इसलिए उन्होंने वापस अपने देश यूके लौटने का फैसला किया। सोफिया ने कहा कि वह नेपोटिज्म की विक्टिम नहीं बनना चाहती थीं।’
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही देश में बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म पर बड़ी बहस छिड़ गई है। सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
बताया गया कि सुशांत काफी वक्त से डिप्रेशन से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था। हालांकि यह भी दावा किया जा रहा है कि सुशांत नेपोटिज्म का शिकार हो गए। उन्हें कई बड़ी फिल्मों से रिप्लेस कर दिया गया और कई बड़े प्रॉडक्शन हाउसों ने भी उन्हें फिल्मों में मौका नहीं दिया।
Sushant Singh Rajput सुशांत की मौत से लोगों के गुस्सा भर गया। एक वर्ग ने तो सोशल मीडिया पर सलमान खान से लेकर आलिया भट्ट्, संजय लीला भंसाली और करण जौहर के साथ-साथ स्टार किड्स को भी बॉयकॉट करने की मांग कर दी।
बॉलीवुड ऐक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी दावा किया कि सुशांत नेपोटिज्म का शिकार हुए। अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए वीडियो में कंगना ने कहा था कि मूवी माफियाओं ने न सिर्फ उन्हें बैन किया था बल्कि कतरा-कतरा कर के उनका दिमाग तोड़ा गया है।
हिना खान से लेकर दलजीत कौर जैसी टीवी ऐक्ट्रेसेस ने भी नेपोटिज्म पर अपनी राय सामने रखी और अब ‘बिग बॉस’ फेम सोफिया हयात ने भी नेपोटिज्म पर चुप्पी तोड़ी हैं।
मूल रूप से लंदन की रहने वालीं सोफिया हयात ने विस्तार से बताया कि उनके साथ इंडस्ट्री में क्या-क्या घटा।
‘स्पॉटबॉय’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोफिया हयात ने कहा कि वह बॉलिवुड में बड़े सपने लेकर आई थीं। उन्हें बॉलीवुड में काम करने वाले कुछ बड़े लोगों ने काम करने के लिए बुलाया था। फिल्म ‘डायरी ऑफ ए बटरफ्लाई’ में उन्हें सेकंड लीड भी साइन किया गया। फिल्म में लोगों ने भी सोफिया हयात को पसंद किया।
Sofia Hayat सोफिया ने कहा कि लेकिन बड़े-बड़े फिल्ममेकर्स और ऐक्टर्स उन पर नजर गड़ाने लगे। वे फिजिकल कॉम्प्रोमाइज चाहते थे।
सोफिया ने कहा कि फिल्मों से उनके सीन्स काट दिए गए और कुछ फिल्में होल्ड कर दी गईं। लेकिन फिर भी वह किसी न किसी तरह से इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाए रहीं।
सोफिया ने आगे बताया कि वह लोगों द्वारा खुद को ‘बेचने और खरीदने’ से तंग आ गई थीं और इसलिए उन्होंने वापस अपने देश यूके लौटने का फैसला किया। सोफिया ने कहा कि वह नेपोटिज्म की विक्टिम नहीं बनना चाहती थीं।’
सोफिया हयात ने आगे कहा कि उन्हें ‘बिग बॉस 7’ के जरिए कुछ उम्मीद मिली थी और सोचा था उससे उन्हें करियर में फायदा होगा, लेकिन शो में उनकी जर्नी छोटी ही रही।
वह बोलीं, ‘मुझे बतौर वाइल्ड कार्ड ‘बिग बॉस’ ऑफर हुआ था, लेकिन ऐसा लगा कि यह मेरी इमेज को खराब करने का प्लान है। ऐसा प्लान जिससे वह मुझे मानसिक तौर पर बीमार दिखा सकें।’