नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लै ने खुलासा किया है कि मंत्रालय के कुछ जूनियर कर्मचारी दफ्तर में ही पॉर्न देखते थे। वो इसका वीडियो भी डाउनलोड करते थे, जिसके चलते कंप्यूटर नेटवर्क में दिक्कत आती थी। सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (DSIC) के अध्यक्ष पिल्लै ने कहा कि मैं करीब 8-9 साल पहले गृह सचिव था, तो हर 60 दिन बाद हमें पूरा कंप्यूटर खराब मिलता था। उन्होंने आगे बाताया कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी देर शाम तक बैठकों में व्यस्त रहते थे जिसके चले कनिष्ठ अफसरों को मीटिंग के बाद काम के लिए दफ्तरों में रुकना पड़ता था।
पिल्लै ने बताया कि ऐसे में वो जूनियर क्या करते? वो इंटरनेट खोलते हैं और अश्लील वेबसाइट्स पर जाते हैं। वो ऐसी चीजें डाउनलोड करते हैं जिसके साथ मालवेयर (एक प्रकार का वायरस) भी डाउनलोड हो जाते हैं। पिल्लै के अनुसार मंत्रालय ने इस पर निर्देश जारी किए और समीक्षा में यह बात सामने आई।
गौरतलब है कि पिल्लै की यह टिप्पणी उन घटनाओं के बाद आई है जब बीते दिनों कुछ सरकारी वेबसाइट्स कथित तौर पर हैक हो गई थीं।हालांकि सरकार का कहना था कि वेबसाइट्स में कोई दिक्कत नहीं आई थी बल्कि कंप्यूटर के हार्डवेयर में कोई दिक्कत थी। जिसे थोड़ी देर में हल कर लिया गया था।
कैम्ब्रिज एनालिटिका पर पिल्लै ने कहा कि ब्रिटिश कंपनी ने दो साल पहले नई दिल्ली में एक सम्मेलन में उसी सेवा के बारे में एक प्रस्तुति दी थी। किसी ने भी कंपनी पर सवाल नहीं उठाया था। पिल्लै ने कहा कि डीएससीआई ने कंपनियों बोर्डों के लिए साइबर सुरक्षा की समीक्षा करने और तैयारी तैयार करने के लिए अनिवार्य बनाने की सिफारिश की है। हाल में, डिजिटल समाधानों की गति बहुत धीमी हुई है।