ऐसा लगता है कि भाजपा और मोदी सरकार अरविंद केजरीवाल के हाथ के खिलौने बन गए हैं। अरविंद ने कहा कि मोदीजी तुम्हारी डिगरियां फर्जी हैं। है ही नहीं। हो तो दिखाओ। मोदी ने दिखा दीं। अमित शाह और अरुण जेटली ने धोबी के धुले कपड़ों की तरह दो चकाचक डिगरियां दिखा दीं।
दूसरे दाव में खुद मोदी ने अपने को फंसा लिया। कल केरल की चुनाव सभा में मोदी ने सोनिया गांधी पर प्रहार कर दिया। अरविंद ने परसों कहा था कि तुम में दम हो तो सोनिया को गिरफ्तार करो। तुम्हारी तो मिली भगत है- 3600 करोड़ के हेलिकाप्टर सौदे में। इसीलिए जिस सौदे में कांग्रेस ने भ्रष्टाचार होना स्वीकार किया था और जिसे रद्द कर दिया था, उसके अपराधियों के विरुद्ध मोदी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। वह चादर ओढ़कर सोती रही। मोदी को डर है कि उनके कई कारनामे सोनिया को पता हैं। इसीलिए मोदी हेलिकाप्टर-सौदे के बारे में सोनिया का नाम तक नहीं लेते। तो फिर हुआ क्या? मोदीजी बोल पड़े। अरविंद की फिसलपट्टी पर मोदीजी फिसल पड़े।
मोदी ने अपनी सभा में कह दिया कि हेलिकॉप्टर—सौदे में रिश्वतखोरी के लिए जो नाम उजागर हुए हैं, वे उनकी सरकार ने नहीं किए हैं। वे इटली की अदालत ने किए हैं। सबको पता है कि इटली से किसके तार जुड़े हुए हैं? मोदी ने सोनिया गांधी का नाम भी ले लिया। जाहिर है कि वह चुनावी सभा थी और ऐसी सभाओं में इस तरह की जुमलेबाजी अक्सर होती रहती है लेकिन मोदी यह भूल गए कि वे भारत के प्रधानमंत्री हैं। वे निराधार बातें करके अपना ही आधार कमजोर कर रहे हैं।
इटली की अदालत ने अपने फैसले में सोनिया गांधी के बारे में कुछ भी नहीं कहा है। उनके बारे में एक दलाल ने अपना अंदाजी घोड़ा दौड़ाया-भर है। मोदी की सरकार में दम होता तो पिछले दो साल में वह कोई ठोस प्रमाण निकालकर तो दिखाती। अब भी वह जांच करके क्यों नहीं दिखाती? इटली की अदालत ने रिश्वत देने वालों को जेल में डाल दिया है लेकिन रिश्वत खाने वाले भारतीय खुले आम घूम रहे हैं। इस सारे मामले में मनमोहन-सरकार से ज्यादा दोषी मोदी-सरकार मालूम पड़ती है। सोनिया गांधी ने मोदी पर जो पलटवार किया है, वह बहुत मर्मभेदी है। उसका असर दूर-दूर तक होगा। वह मोदी को मंहगा पड़ेगा। मोदी ने यदि चौधरी चरणसिंह जैसी चतुराई दिखा दी और सोनिया या राहुल को गिरफ्तार कर लिया तो मानकर चलिए कि अधमरी कांग्रेस को प्राणवंत बनाने का श्रेय मोदी को ही मिलेगा।
लेखक:- डा वेदप्रताप वैदिक