कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रहीं सोनिया गांंधी ने कहा, ‘लॉकडाउन के कारण हमारी अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक बोझ पड़ने वाला है। अर्थव्यवस्था पहले से ही संकट में थी और अब ऐसा लगता है कि मुश्किलें बढ़ जाएंगी, हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। हम आशा करते हैं कि सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए एक योजना के साथ सामने आएगी। गरीब, किसान और मजदूर लॉकडाउन से सबसे ज्यादा परेशान हैं।’
नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित देशव्यापी लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गरीब, किसान और मजदूर सबसे ज्यादा पीड़ित हैं, और उम्मीद है कि केंद्र के पास इस नुकसान की भरपाई करने की योजना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रहीं सोनिया गांंधी ने कहा, ‘लॉकडाउन के कारण हमारी अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक बोझ पड़ने वाला है। अर्थव्यवस्था पहले से ही संकट में थी और अब ऐसा लगता है कि मुश्किलें बढ़ जाएंगी, हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। हम आशा करते हैं कि सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए एक योजना के साथ सामने आएगी। गरीब, किसान और मजदूर लॉकडाउन से सबसे ज्यादा परेशान हैं।’
लॉकडाउन के कारण कामधंधा बंद पड़ा है और इस कारण अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ने वाला है। आईएमएफ ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच आर्थिक मंदी को लेकर चेतावनी दी है। देश में लॉकडाउन के बाद दिहाड़ी मजदूरों के सामने सबसे ज्यादा संकट पैदा हो गया है और इसी कारण लॉकडाउन के ऐलान के बाद हजारों की संख्या में मजदूरों का पलायन भी हुआ है।
सोनिया गांधी ने इस बैठक के दौरान कहा, ‘लॉकडाउन के कारण गरीब मजूदूरों का पलायन हुआ, और हमारे कार्यकर्ता उनकी मदद को आगे आए। यहां तक कि आज भी देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ता ऐसे कार्य कर रहे हैं।’ इसके पहले सोनिया गांधी ने लॉकडाउन पर पीएम मोदी को 5 सुझाव दिए थे। इसमें उन्होंने कहा था कि सरकार एवं सरकारी उपक्रमों द्वारा मीडिया विज्ञापनों- टेलीविजन, प्रिंट एवं ऑनलाईन विज्ञापनों पर दो साल के लिए रोक लगाकर यह पैसा कोरोना संकट से निपटने में लगाया जाए।