मुरैना- मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में पदस्थ पुलिस उप निरीक्षकों की क्षमता और उनकी कानून संबंधित योग्यता परखने के लिए जिले के पुलिस अधीक्षक ने पहली बार उपनिरीक्षकों की सामूहिक परीक्षा ली। परीक्षा में टॉपर रहे उप निरीक्षकों को पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना ने थानों के प्रभार सौंपने के आदेश जारी किए।
जिले में करीब चालीस उप निरीक्षक विभिन्न थानों में अधीनस्थ के रूप में पदस्थ हैं। पुलिस अधीक्षक खन्ना ने बताया कि इस तरह की परीक्षा तीन चरणों में ली जाएगी। पहली लिखित परीक्षा हुई, जिसमें आईपीसी और सीआरपीसी सहित अन्य धाराओं के बारे में पूछा गया था। उपनिरीक्षकों से पूछा गया कि कौनसी धारा का कहां और किस तरह उपयोग किया जाता है।
दूसरे चरण की परीक्षा आउटडोर शूटिंग और तीसरे चरण में कम्प्यूटर पर किस तरह प्राथमिकी दर्ज की जाए, ये पूछा जाएगा। पुलिस में भर्ती के बाद अधिकारियों से लेकर आरक्षक तक सभी को इन सब चीजों का प्रशिक्षण दिया जाता है और उसमे उत्तीर्ण होने के बाद ही उनकी पदस्थापनाएं की जाती है, लेकिन उस दौरान भी कुछ समय के लिये मैदानी और कानूनी ज्ञान के लिये परिवीक्षाधीन के रूप में भी थानों में पदस्थ किया जाता है।
खन्ना के मुताबिक प्रशिक्षण लिए हुए लंबा समय बीत जाने के कारण कई बार पुलिसकर्मी कानूनी धाराओं का सही उपयोग नहीं कर पाते, जिससे अपराधियों को न्यायालय से राहत मिलने से वह छूट जाता है। इसलिए इस तरह की परीक्षा उनकी क्षमता और योग्यता परखने का प्रयोग मात्र है।उन्होंने बताया कि परीक्षा में टॉपर उप निरीक्षकों को थानों का प्रभार दिया गया है।