लखनऊ- मुलायम सिंह यादव के परिवार में चल रहे झगड़े में अखिलेश यादव को बड़ा फायदा होता दिख रहा है। पिता-पुत्र के झगड़े में बेटे अखिलेश की छवि और मजबूत हुई है। सी-वोटर के एक सर्वे में सामने आया है कि पिछले एक महीने में अखिलेश की लोकप्रियता बढ़ी है और अखिलेश यादव जनता की पसंद बनते दिख रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में मुलायम परिवार में चल रहे घमासान का पार्टी पर क्या असर पड़ेगा ये तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल अखिलेश यादव के लिए अच्छी खबर है।
अक्टूबर महीने में बढ़ी अखिलेश की लोकप्रियता
सी वोटर के एक सर्वे के मुताबिक बीते एक महीने में यानी परिवार में झगड़े के दौरान अखिलेश यादव की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। मुलामय सिंह यादव, अखिलेश यादव, और उनके चाचा शिवपाल यादव को लेकर सी वोटर ने एक सर्वे सितंबर में किया और दूसरा अक्टूबर में।
शिवपाल यादव की लोकप्रियता घटी
सर्वे के नतीजों के मुताबिक चाचा शिवपाल के मुकाबले अखिलेश को पसंद करने वाले लोगों की संख्या सितंबर में 77.1 प्रतिशत थी जो अक्टूबर में बढ़कर 83.1 प्रतिशत हो गई। यानी अखिलेश को चाहने वालों की संख्या 6 फीसदी बढ़ गई।
6.9 प्रतिशत लोगों ने शिवपाल को पहली पसंद बताया
इसी दौरान शिवपाल यादव को लोकप्रियता में गिरावट आय़ी। सितंबर में 6.9 प्रतिशत लोगों ने उन्हें अपनी पहली पसंद बताया था, अक्टूबर में ये संख्या घटकर 6.1 प्रतिशत रह गई।
वहीं मुलायम और अखिलेश में लोग किसे सीएम देखना चाहेंगे ? इस सवाल के जवाब में जहां सितंबर में 66.7 प्रतिशत लोगों ने अखिलेश के पक्ष में जवाब दिया था वहीं अक्टूबर में करीब 75.7 प्रतिशत लोगों ने अखिलेश को पहली पसंद बताया।
मुलायम के पक्ष में सिर्फ 14.9% लोग
जबकि मुलायम को पहली पसंद बताने वालों की संख्या सिर्फ 14.9 प्रतिशत ही है। यानी मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव से कहीं आगे हैं।
हालांकि इस बीच सबकी नजर 3 नवंबर से शुरू होने वाली अखिलेश की रथयात्रा पर है। खबरों के मुताबिक दोनो खेमों की खींचतान के बीच अखिलेश की रथयात्रा के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया है और अब ये रथयात्रा एक दिन की ही होगी। यानी इस बात की संभावना बढ़ गई है कि अखिलेश 5 तारीख को लखनऊ में पार्टी के रजत जयंती समारोह में शामिल होंगे। [एजेंसी]